लखनऊ. UPTET 2017 के रिजल्ट का इंतजार कर रहे
अभ्यर्थियों का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। यह रिजल्ट इस सप्ताह के अंत
में आने वाला है। UPTET की परीक्षा उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर
से आयोजित की जाती है।
सूत्रों के मुताबिक इस बार टीईटी का रिजल्ट आने के बाद इसी महीने 68,500 पदों पर सहायक अध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा। शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने के बाद से सूबे शिक्षकों के हजारों पद खाली पड़े हैं। 15 अक्टूबर को प्रदेश में टीईटी- 2017 का आयोजन किया था। प्राथमिक स्तर के 3,49,192 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। इनमें से 80 फीसदी ने परीक्षा दी। उच्च प्राथमिक स्तर के लिए 6,27,568 अभ्यर्थियों में से 86 फीसदी ने परीक्षा दी थी।
रिजल्ट के बाद आएंगी वैकेंसीज
UPTET 2017 का 15 अक्टूबर को प्रदेश में टीईटी- 2017 का आयोजन हुआ था। पहले नवंबर महीने के आखिर में टीईटी का परिणाम जारी करने की तैयारी की थी लेकिन अभ्यर्थियों और कुछ शिक्षामित्रों द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर देने से परिणाम घोषित नहीं हो सका। परिषद ने कोर्ट में याचिकाओं का जवाब प्रस्तुत करने के बाद अब अगले सप्ताह परिणाम घोषित करने की तैयारी की है। परिणाम जारी होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में 68,500 सहायक अध्यापकों की भर्ती का विज्ञापन निकाला जाएगा। पहली बार सहायक अध्यापकों की भर्ती लिखित परीक्षा के जरिये होगी। इसके लिए परिषद ने पाठ्यक्रम पहले ही जारी कर दिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव आरपी सिंह ने बताया कि अगले सप्ताह तक टीईटी का परिणाम आ जाएगा।
शिक्षा मित्रों को कठिन लगी थी परीक्षा
सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद सहायक अध्यापक बनने के बाद फिर शिक्षामित्र बनकर रह गए अभ्यर्थियों के लिए ये बड़ा मौका था लेकिन पेपर कठिन से उनके अरमानों पर पानी फिरा है। ढाई घंटे की इस परीक्षा में 150 सवाल पूछे गए। पेपर पांच सेक्शन में था जिसमें गणित, पर्यावरण, बाल मनोविज्ञान, हिंदी, लैंग्वेज (अंग्रेजी/उर्दु /संस्कृत) शामिल थे। पेपर देने आए अभ्यर्थियों ने बताया कि गणित का सेक्शन उम्मीद से ज्यादा कठिन था। खासतौर पर शिक्षामित्रों को पेपर काफी कठिन लगा।
मोहनलालगंज से परीक्षा देने आए शिक्षामित्र शरद मिश्रा ने बताया कि उन्होंने तीसरी बार टीईटी की परीक्षा दी है लेकिन इतने कठिन गणित के सवाल कभी नहीं आए। इसके अलावा परीक्षा देने आए शिक्षामित्र मसूद अहमद ने बताया कि पेपर उम्मीद से ज्यादा कठिन था। जियोमेट्री के सवाल भी परीक्षा में थे जिनका कक्षा पांचवीं तक के छात्रों से ज्यादा मतलब नहीं रहता लेकिन उन्हें पढ़ाने वालों शिक्षकों के एग्जाम में पूछा गया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर शिक्षामित्रों को परीक्षा में दिक्कत जरूर आई होगी।
वेटेज का कोई खास लाभ नहीं
बीते दिनों कैबिनेट की तरफ से पास किए प्रस्ताव में शिक्षामित्रों को भर्ती में हर साल के अनुभव के हिसाब से 2.5 अंक वेटेज के तौर पर दिया जाएगा। इसके साथ ही ये भी है कि किसी भी शिक्षामित्र की नियुक्ति के वक्त मिलने वाला वेटेज 25 अंक से ज्यादा नहीं होगा। शिक्षा मित्रों का कहना था जब पेपर ही कठिन आया तो इससे कोई खास लाभ नहीं होने वाला है।
सूत्रों के मुताबिक इस बार टीईटी का रिजल्ट आने के बाद इसी महीने 68,500 पदों पर सहायक अध्यापक भर्ती का विज्ञापन जारी किया जाएगा। शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने के बाद से सूबे शिक्षकों के हजारों पद खाली पड़े हैं। 15 अक्टूबर को प्रदेश में टीईटी- 2017 का आयोजन किया था। प्राथमिक स्तर के 3,49,192 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए गए थे। इनमें से 80 फीसदी ने परीक्षा दी। उच्च प्राथमिक स्तर के लिए 6,27,568 अभ्यर्थियों में से 86 फीसदी ने परीक्षा दी थी।
रिजल्ट के बाद आएंगी वैकेंसीज
UPTET 2017 का 15 अक्टूबर को प्रदेश में टीईटी- 2017 का आयोजन हुआ था। पहले नवंबर महीने के आखिर में टीईटी का परिणाम जारी करने की तैयारी की थी लेकिन अभ्यर्थियों और कुछ शिक्षामित्रों द्वारा हाईकोर्ट में याचिका दायर कर देने से परिणाम घोषित नहीं हो सका। परिषद ने कोर्ट में याचिकाओं का जवाब प्रस्तुत करने के बाद अब अगले सप्ताह परिणाम घोषित करने की तैयारी की है। परिणाम जारी होने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में 68,500 सहायक अध्यापकों की भर्ती का विज्ञापन निकाला जाएगा। पहली बार सहायक अध्यापकों की भर्ती लिखित परीक्षा के जरिये होगी। इसके लिए परिषद ने पाठ्यक्रम पहले ही जारी कर दिया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव आरपी सिंह ने बताया कि अगले सप्ताह तक टीईटी का परिणाम आ जाएगा।
शिक्षा मित्रों को कठिन लगी थी परीक्षा
सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद सहायक अध्यापक बनने के बाद फिर शिक्षामित्र बनकर रह गए अभ्यर्थियों के लिए ये बड़ा मौका था लेकिन पेपर कठिन से उनके अरमानों पर पानी फिरा है। ढाई घंटे की इस परीक्षा में 150 सवाल पूछे गए। पेपर पांच सेक्शन में था जिसमें गणित, पर्यावरण, बाल मनोविज्ञान, हिंदी, लैंग्वेज (अंग्रेजी/उर्दु /संस्कृत) शामिल थे। पेपर देने आए अभ्यर्थियों ने बताया कि गणित का सेक्शन उम्मीद से ज्यादा कठिन था। खासतौर पर शिक्षामित्रों को पेपर काफी कठिन लगा।
मोहनलालगंज से परीक्षा देने आए शिक्षामित्र शरद मिश्रा ने बताया कि उन्होंने तीसरी बार टीईटी की परीक्षा दी है लेकिन इतने कठिन गणित के सवाल कभी नहीं आए। इसके अलावा परीक्षा देने आए शिक्षामित्र मसूद अहमद ने बताया कि पेपर उम्मीद से ज्यादा कठिन था। जियोमेट्री के सवाल भी परीक्षा में थे जिनका कक्षा पांचवीं तक के छात्रों से ज्यादा मतलब नहीं रहता लेकिन उन्हें पढ़ाने वालों शिक्षकों के एग्जाम में पूछा गया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर शिक्षामित्रों को परीक्षा में दिक्कत जरूर आई होगी।
वेटेज का कोई खास लाभ नहीं
बीते दिनों कैबिनेट की तरफ से पास किए प्रस्ताव में शिक्षामित्रों को भर्ती में हर साल के अनुभव के हिसाब से 2.5 अंक वेटेज के तौर पर दिया जाएगा। इसके साथ ही ये भी है कि किसी भी शिक्षामित्र की नियुक्ति के वक्त मिलने वाला वेटेज 25 अंक से ज्यादा नहीं होगा। शिक्षा मित्रों का कहना था जब पेपर ही कठिन आया तो इससे कोई खास लाभ नहीं होने वाला है।
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