‘शिक्षा और शिक्षक विरोधी है सरकार’: सपा के प्रदेश अध्यक्ष का बयान

इलाहाबाद : प्रदेश की सत्ता में काबिज भाजपा सरकार ने शिक्षा का बजट आधा कर दिया है। वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय देने, शैक्षिक संसाधन जुटाने के लिए सरकार की कोई नीति नहीं है। यह बातें सपा के प्रदेश
अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने कहीं। वह रविवार को सपा शिक्षक सभा द्वारा झूंसी में आयोजित शिक्षकों की बैठक को संबोधित करते रहे थे। उन्होंने कहा कि योगी सरकार शिक्षा का निजीकरण करना चाहती है, ताकि गरीबों के बच्चे शिक्षा पाने से वंचित हो जाएं। उन्होंने कहा कि डॉ. राममनोहर लोहिया ने शिक्षा को लेकर जो सपना देखा था उसे मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री रहते हुए पूरा किया। गरीब व वंचित को मुफ्त शिक्षा दिलाई गई, इस सुविधा को खत्म करने का प्रयास वर्तमान सरकार कर रही है। 1सपा शिक्षक सभा के प्रदेश अध्यक्ष मान सिंह ने कहा कि हमारी पार्टी ने शिक्षा व शिक्षकों का स्तर सुधारने का निरंतर प्रयास किया। जूनियर विद्यालयों को ग्रांट देने, संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को वेतन, शिक्षामित्रों को स्थायी करने, तदर्थ शिक्षकों का विनियमितीकरण जैसे काम सपा सरकार ने किए थे। मौजूदा सरकार पूंजीपतियों के हाथ में खेल रही है। एमएलसी संजय मिश्र ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षा का स्तर गिरा रही है। नकल रोकने के नाम पर छात्रों व शिक्षकों का उत्पीड़न हो रहा है। सपा जिलाध्यक्ष कृष्णमूर्ति सिंह यादव, संतलाल वर्मा, उपेंद्र वर्मा की मौजूदगी उल्लेखनीय रही।

sponsored links: