बाराबंकीः बेसिक शिक्षा विभाग के हर ब्लॉक के पांच प्राइमरी स्कूलों में
अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई की योजना को नगरीय क्षेत्र में ग्रहण लग गया है।
सोमवार तक एक भी शिक्षक ने इसके लिए आवेदन नहीं किया है। इसकी मुख्य वजह
शिक्षकों की अरुचि और शिक्षकों की कमी है।
जिला मुख्यालय की नगर पालिका
परिषद नवाबगंज की पुरानी सीमा में 25 प्राइमरी व छह जूनियर हाईस्कूल हैं।
इनमें तैनात 21 शिक्षकों में चार एक अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं। इन
स्कूलों में पढ़ाने के लिए बनाई गई कार्ययोजना में तीन शर्तें रखी गई है।
आवेदक ने कम से कम इंटर तक अंग्रेजी की संबंधित शिक्षा ली हो। दूसरा वह
शिक्षक आवेदन कर सकता है जिसने अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाई की हो। तीसरा
प्रत्येक चिहिन्त स्कूल में हर क्लास में एक शिक्षक का होना जरूरी है।
नगरीय क्षेत्र के कुल 31 स्कूल में 17 शिक्षक व 17 शिक्षामित्र की तैनाती
है। यानि प्रत्येक स्कूल में औसतन एक ही शिक्षक तब मुहैया हो पा रहा है, जब
कहीं पर एक शिक्षक तो कहीं पर एक शिक्षामित्र को तैनाती दी जाए। प्रशासन
के सामने अहम सवाल है कि यदि नगर क्षेत्र में एक ही अंग्रेजी माध्यम स्कूल
चलाना चाहे तो भी उसके लिए पांच शिक्षकों को जुटाना मुश्किल भरा कदम
होगा।यदि ऐसा कर भी दिया जाए तो अन्य चार स्कूल में तालाबंद करके ही एक
अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाई संभव हो सकेगी।
तीन वर्ष बाद भी नहीं बदली परिषदीय स्कूलों की सीमा
विभाग
के इन हालातों से गुजरने की एक वजह बेसिक शिक्षा विभाग के सचिव का उस
प्रस्ताव को मंजूरी नहीं देना भी है, जिसमें 25 प्राइमरी व जूनियर
हाईस्कूलों व उनमें तैनात 125 शिक्षकों को नगरीय कैडर देने का आग्रह
प्रशासन की ओर से किया था। दरअसल 10 मार्च 2015 को शासन ने नगर पालिका
परिषद नवाबगंज सीमा का विस्तार कर आठ ग्राम पंचायतों को नगर पालिका परिषद
नवाबगंज की सीमा में जोड़ दिया था। बड़ेल, जिंहौली, पल्हरी, फैजुल्लागंज,
पैसार देहात, बंकी देहात, बनवा व ओबरी के बेसिक शिक्षा विभाग के 25स्कूलों व
उनमें तैनात 125शिक्षकों को नगरीय कैडर देने का प्रस्ताव सीमा विस्तार के
अनुरूप करने का प्रस्ताव तीन वर्ष पहले ही सचिव बेसिक शिक्षा को भेजा गया
था।इस प्रस्ताव पर आज तक गौर नहीं किया गया। इसके चलते नगरीय सीमा में होने
के बाद भी इन स्कूलों की मॉनीटरिंग अभी तक ग्रामीणांचल कैडर में हो रही
है।
नगरीय क्षेत्र में कम शिक्षकों के कारण अंग्रेजी माध्यम के
स्कूल का संचालन कठिन हो गया है। ग्रामीण अंचल में आवेदन की तिथि 16 मार्च
कर दी गई है। सीधा संवाद कर शिक्षकों को आवेदन करने को कहा गया है। जल्दी
ही इस समस्या का समाधान तलाश लिया जाएगा। - पीएन सिंह,बीएसए, बाराबंकी
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