इलाहाबाद : पीसीएस 2016 (मुख्य) परीक्षा के 14615 अभ्यर्थियों के परिणाम
की प्रतीक्षा मई में पूरी सकती है। इसमें केवल समाज कार्य विषय की उत्तर
पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शेष है।
परिणाम हालांकि सर्वोच्च न्यायालय से होने
वाले निर्णय के अधीन रहेगा लेकिन, आयोग का कहना है कि अगले महीने परिणाम
जारी करने की स्थिति बनेगी। वहीं इसका परिणाम जारी होने पर भी नया विवाद
खड़ा होगा, क्योंकि पीसीएस 2016 की प्रारंभिक परीक्षा का मामला अभी कोर्ट
में विचाराधीन ही है और आयोग ने कोर्ट का निर्णय सुरक्षित होने और फैसला
सुनाए जाने के बीच मेंस की परीक्षा करा ली थी।1आयोग में पिछले साल से ही
पीसीएस 2016 मेंस की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन चल रहा है। मुख्य
परीक्षा में 14615 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। आयोग ने मेंस परीक्षा 20 सितंबर
2016 से आठ अक्टूबर तक इलाहाबाद व लखनऊ में कराई थी। प्रारंभिक परीक्षा में
प्रश्नों के विवाद पर हाईकोर्ट से परिणाम बदले जाने के निर्णय के बाद
मामला सर्वोच्च न्यायालय में पहुंचा था। सर्वोच्च न्यायालय ने हाईकोर्ट के
निर्देश पर स्थगनादेश पारित कर मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के
मूल्यांकन की अनुमति तो दे दी थी लेकिन, यह भी कहा था कि परिणाम कोर्ट के
निर्णय के अधीन होगा। इस आधार पर पिछले साल यानी 2017 से ही आयोग में उत्तर
पुस्तिकाओं का मूल्यांकन जारी है। आयोग का कहना है कि समाज कार्य विषय की
कापियों का मूल्यांकन ही शेष है जिसे विशेषज्ञों से तेजी से पूरा करवाया जा
रहा है। मई में परिणाम जारी होने की संभावना जताई है।1वहीं, दूसरी ओर
पीसीएस 2016 की प्रारंभिक परीक्षा में चार सवालों के गलत विकल्प पर मामला
अभी कोर्ट में विचाराधीन है। इस पर निर्णय अगर याचियों के पक्ष में आता है
तो मुख्य परीक्षा ही रद हो सकती है।
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