बाजार में बन रहे हैं शिक्षकों के वेतन बिल

जागरण संवाददाता, मथुरा: करीब एक माह से जिला विद्यालय निरीक्षक के मुख्यालय पर न रहने के कारण शिक्षकों की लंबित समस्याओं के अविलंब निस्तारण की मांग की गई है। इसको लेकर उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने डीआइओएस कार्यालय पर बुधवार को धरना दिया।
शिक्षकों ने जमकर नारेबाजी की।
धरने के दौरान शिक्षक नेताओं ने कहा कि जिले में माध्यमिक विद्यालयों के वेतन बिल बाजार में प्राइवेट व्यक्ति करीब एक हजार रुपये में बना रहा है। अभी तक शासकीय व्यवस्था के विपरीत वेतन बिल कार्यालय में नहीं बन रहे हैं। संघ के प्रांतीय मंत्री डॉ. दिनेश राणा ने कहा कि एक अप्रैल, 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की नवीन पेंशन योजना के अंतर्गत प्रतिमाह उनके वेतन से कटौती की जा रही है, पर पैसा खाते में नहीं जा रहा है।


बोर्ड परीक्षाओं के कक्ष निरीक्षकों का पारिश्रमिक 2012 से प्राप्त नहीं हुआ है। संघ के जिलाध्यक्ष जयप्रकाश शर्मा ने कहा कि जिले के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों की कमी चल रही है। ऐसे में अधियाचन एक साल से डीआइओएस कार्यालय में पड़े हुए हैं। यह अभी तक माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड को नहीं भेजे गए हैं। अधियाचनों को तुरंत चयन बोर्ड भेजा जाए, ताकि विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को दूर किया जा सके। वरिष्ठ शिक्षक नेता चौधरी वीरपाल ¨सह, राकेश ठुकरेला, सुरेंद्र प्रताप ¨सह, डॉ. बनवारी लाल, विनोद कुमार, संजय ¨सह, अशोक वर्मा, मिथलेश आनंद, कमलेश कुमार, चंद्रशेखर, श्रीओम गौड़, छोटेलाल आदि शिक्षक थे।