एक ओर शिक्षक भर्ती का रिजल्ट आने जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कई अभ्यर्थी
एकाएक उत्तीर्ण प्रतिशत बदलने का विरोध कर रहे हैं।
अभ्यर्थी अखिलेश यादव,
संजीव गौतम, शशिकांत पटेल आदि का कहना है कि 21 मई को शासन ने 30 व 33
फीसदी उत्तीर्ण प्रतिशत तय किया था, उन लोगों ने उसी को ध्यान में रखकर
इम्तिहान दिया।
अब रिजल्ट के मौके पर उत्तीर्ण प्रतिशत बदलना ठीक नहीं है। सरकार शिक्षक
भर्ती को निरस्त करके दोबारा परीक्षा कराए। साथ ही उत्तीर्ण प्रतिशत का
मानक पहले तय किया जाए, ताकि भ्रम की स्थिति न रहे। अभ्यर्थियों ने उप
मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास पर ज्ञापन दिया है।
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