आंदोलन से पता चलेगी शिक्षामित्रों की अहमियत : राणा

शिक्षा निदेशालय पर शिक्षामित्र क्रांतिकारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष पूर्ण सिंह राणा का आमरण अनशन शनिवार को छठे दिन भी जारी रहा। इस दौरान उन्होंने कहा कि आंदोलन से सरकार को शिक्षामित्रों की अहमियत का पता चलेगा।

धरना दे रहे शिक्षामित्रों को संबोधित करते हुए राणा ने कहा कि प्रदेश के कई दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों के विद्यालय शिक्षामित्रों के भरोसे चल रहे हैं। कई विद्यालयों की शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह शिक्षामित्रों पर ही टिकी हुई है। इसके बावजूद सरकार करीब 900 शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के रूप में तैनाती देने में टालमटोल कर रही है। इसके विरोध में प्रदेशभर के शिक्षामित्र 13 अगस्त को दून पहुंचकर सचिवालय कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि सचिवालय के साथ ही मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री आवास का घेराव भी किया जाएगा। धरना देने वालों में जसवीर सिंह गुसाईं, महावीर सिंह रावत, मोहन सिंह रावत, शकुंतला राठौर, चित्रा राणा, चंदा थापा, सुनील पंवार, लक्ष्मी थापा, संजय सजवाण, प्रदीप उनियाल, अरुणा वर्मा और विजेंद्र रावत समेत अन्य शामिल रहे।