लखनऊ : शिक्षामित्रों को पूर्ण शिक्षक का
दर्जा देने और आरटीई एक्ट-2009 के विधिक पहलू पर शिक्षामित्रों के पक्ष में
पैरवी करने समेत कई मांगों को लेकर रविवार को शिक्षामित्रों ने भाजपा
मुख्यालय के सामने धरना दिया।
- 68,500 शिक्षक भर्ती का रिजल्ट जल्द, पासिंग मार्क्स में होगा परिवर्तन
- अगर अब शिक्षामित्रों ने दिया धरना तो हाथ से जाएगी नौकरी
- हाईकोर्ट के निर्देश पर फिर बदलाव, शिक्षक भर्ती की पुरानी व्यवस्था बहाल
- पुरानी पेंशन के लिए बुलंद की आवाज
- मूल विद्यालय वापसी का आदेश प्राप्त करें शिक्षामित्र
- अनुदेशकों व शिक्षामित्रों पर लटकी कार्रवाई की तलवार
- विद्यालयों का नहीं ब्योरा, कैसे हो मूलविद्यालय में शिक्षामित्रों का समायोजन
- शिक्षक भर्ती: परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 68500 शिक्षक भर्ती में बदला गया उत्तीर्ण प्रतिशत, अब सामान्य, ओबीसी 45 व एससी-एसटी 40 फीसद अंक पाकर होंगे उत्तीर्ण: एक हफ्ते के भीतर जारी होगा रिजल्ट
- 68,500 शिक्षक भर्ती का रिजल्ट जल्द, पासिंग मार्क्स में होगा परिवर्तन
उमा देवी ने कहा कि इको गार्डन में
महिलाओं ने अपना मुंडन करवाया। इसके बावजूद सरकार ध्यान नहीं दे रही। भाजपा
के मंत्री, विधायक और सांसद से लेकर वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से मिलकर गुहार
लगाई गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। समय रहते सरकार ने ध्यान नहीं
दिया तो शिक्षामित्र देशव्यापी आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
एक महीने की भूख हड़ताल के बावजूद
सरकार नहीं जाग रही है। 26 जून को 101 शिक्षामित्रों ने अपना जनेऊ त्यागा
तो 25 जुलाई को 63 महिलाओं समेत 450 शिक्षामित्रों ने सामूहिक मुंडन कराकर
विरोध दर्ज कराया। इसके बावजूद सरकार उन्हें समायोजित करने पर विचार नहीं
कर रही है।