प्रयागराज : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा यानि यूपी टीईटी 2018 का
प्रवेशपत्र डाउनलोड करने के लिए दूसरे दिन भी होड़ मची रही है। अधिक हिट
होने सर्वर काफी धीमा रहा फिर भी सात लाख अभ्यर्थियों ने प्रवेशपत्र निकाल
लिए हैं। परीक्षा 18 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में 2070 केंद्रों पर
होगी।
1परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि एनआइसी ने प्रवेशपत्र वेबसाइट पर अपलोड है, जल्दबाजी न करें ताकि सर्वर सही से चलता रहे। अभी परीक्षा में समय है, सभी को प्रवेशपत्र मिलेगा। अभ्यर्थियों को अन्य किसी माध्यम से प्रवेशपत्र भेजा नहीं जाएगा। सर्वर धीमा होने से अभ्यर्थियों को परीक्षा संस्था का नाम व फोटो प्रिंट नहीं हो पा रही है। यही नहीं, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने परीक्षा केंद्रों के प्रधानाचार्यो का मोबाइल नंबर भी एनआइसी को परीक्षा तैयारियों के सिलसिले में भेजा था। एनआइसी ने तमाम प्रवेशपत्रों पर परीक्षा केंद्र के साथ ही प्रधानाचार्य का मोबाइल नंबर भी प्रिंट कर दिया है, इससे प्रधानाचार्य परेशान हैं, उन्हें अभ्यर्थी फोन कर रहे हैं। इस गड़बड़ी से परीक्षा की शुचिता भी प्रभावित होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। सभी प्रवेशपत्र अपलोड हो चुके हैं, ऐसे में प्रक्रिया बीच में रोकने से भी हंगामा मचना तय है।
1परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि एनआइसी ने प्रवेशपत्र वेबसाइट पर अपलोड है, जल्दबाजी न करें ताकि सर्वर सही से चलता रहे। अभी परीक्षा में समय है, सभी को प्रवेशपत्र मिलेगा। अभ्यर्थियों को अन्य किसी माध्यम से प्रवेशपत्र भेजा नहीं जाएगा। सर्वर धीमा होने से अभ्यर्थियों को परीक्षा संस्था का नाम व फोटो प्रिंट नहीं हो पा रही है। यही नहीं, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने परीक्षा केंद्रों के प्रधानाचार्यो का मोबाइल नंबर भी एनआइसी को परीक्षा तैयारियों के सिलसिले में भेजा था। एनआइसी ने तमाम प्रवेशपत्रों पर परीक्षा केंद्र के साथ ही प्रधानाचार्य का मोबाइल नंबर भी प्रिंट कर दिया है, इससे प्रधानाचार्य परेशान हैं, उन्हें अभ्यर्थी फोन कर रहे हैं। इस गड़बड़ी से परीक्षा की शुचिता भी प्रभावित होने से इन्कार नहीं किया जा सकता। सभी प्रवेशपत्र अपलोड हो चुके हैं, ऐसे में प्रक्रिया बीच में रोकने से भी हंगामा मचना तय है।