सरकारी नौकरी का हाल: अनुसूचित जाति के कटऑफ मार्क्स सामान्य वर्ग से भी ज्यादा, जानें क्यों?

अक्सर आपने देखा होगा कि आरक्षित श्रेणियों की कटऑफ अंक सामान्य श्रेणियों से कम होती हैं, लेकिन दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए अनुसूचित जाति (SC) के उम्मीदवारों की कटऑफ सामान्य श्रेणी के उम्मीदवारों से ज्यादा गई है।
बता दें कि हाल ही में दिल्ली सरकार के स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी। इसमें अनुसूचित जाति वर्ग की कटऑफ सामान्य वर्ग से ज्यादा रही।
सितंबर में आयोजित की गई थी परीक्षा : बता दें कि पिछले साल सरकारी स्कूलों में विज्ञान के शिक्षकों की भर्ती के लिए 222 रिक्त सीटों के लिए शिक्षा निदेशालय ने सितंबर 2018 में परीक्षा आयोजित की थी। इसमें अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी की सबसे कम कटऑफ 69.31 प्रतिशत रही, जबकि अनुसूचित जाति की हाईएस्ट मेरिट 85.54 प्रतिशत रही। उधर, जनरल कोटे के लिए हाईएस्ट कट ऑफ 80.96 प्रतिशत तक ही पहुंच पाई। ऐसे में साफ देखा जा सकता है कि सबसे अधिक कट ऑफ अनुसूचित जाति की है और सबसे कम अनुसूचित जनजाति की। कटऑफ लिस्ट देखने के बाद अधिकारियों के साथ-साथ आवेदक भी हैरान हैं। गौरतलब है कि शिक्षकों के कुल 222 पदों में से 31 पद एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं।
आमतौर पर आरक्षित श्रेणियों की कटऑफ होती है कम : बता दें कि आमतौर पर आरक्षित श्रेणियों की कटऑफ सामान्य वर्ग के उम्मीदवार की तुलना में कम होती है। यह आरक्षण प्रतिशत, परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की संख्या और उपलब्ध सीटों के आधार पर तय होती है। हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब आरक्षित श्रेणी की कटऑफ जनरल कैटेगिरी से ज्यादा रही है। इससे पहले राजस्थान में राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा राजस्थान सिविल सेवा परीक्षा (RAS) 2013 के दौरान ओबीसी की कटऑफ बाकी श्रेणियों के मुकाबले में काफी हाई रही थी।