पुलिस कब्जे में लेगी शिक्षकों की भर्ती का रिकार्ड, साक्ष्‍य के लिए टीम रवाना

गोरखपुर, जेएनएन। एएसपी ने शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े की जांच तेज कर दी है। रैकेट में शामिल लोगों को चिह्नित करने के लिए पुलिस शिक्षकों की भर्ती का रिकार्ड कब्जे में लेगी। इसके लिए कैंट थाने के एक दारोगा को सिद्धार्थनगर भेजा गया है। एसटीएफ से जो इनपुट मिला है, उसकी जांच हो रही है।

गोंडा गई जांच टीम
गोंडा स्थित होटल की फुटेज व रिकार्ड जांचने के लिए शनिवार को दूसरी टीम भेजी गई। जेल गए बीएसए सिद्धार्थनगर के स्टेनो हरेंद्र सिंह के ठिकानों को भी पुलिस टीम देखेगी। जांच में पता चला कि 22 सितंबर को स्टेनो ने होटल में 20 से अधिक लोगों को मिलने के लिए बुलाया था। इसमें प्रतापगढ़ के हिमांशु सिंह, देवरिया के राकेश सिंह, जेल गए फर्जी शिक्षक सच्चिदानंद पांडेय, अवधेश मिश्र की पहचान ही उजागर हुई है। शेष कौन थे, इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है। फुटेज मिलने के बाद स्टेनो को रिमांड पर लेकर उनकी पहचान कराई जाएगी।


सच्चिदानंद ने कई लोगों से लिए रुपये
फर्जी प्रमाण पत्र पर नियुक्ति कराने वाले सच्चिदानंद पांडेय ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई लोगों से रुपये लिए हैं। अधिकतर लोगों से रुपये उसने अपने परिचितों के खाते में जमा कराएं हैं। जालसाज के जेल जाने की खबर मिलने के बाद लोग सामने आ रहे हैं।
सुबूत मिलने के बाद होगी गिरफ्तारी

एएसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने कहा है कि शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े में शामिल लोगों के खिलाफ साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। एक दारोगा को सिद्धार्थनगर भेजा गया है। एक टीम गोंडा भेजी जाएगी। सुबूत एकत्र करने के बाद आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा।