उत्तर प्रदेश परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक अध्यापक भर्ती
की तैयारी ने मेजा रामनगर की ऊषा यादव को कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) की
हॉट सीट तक पहुंचा दिया। शिक्षक बनने के लिए टीईटी और लिखित परीक्षा में
पास होना जरूरी है। बीएड पास ऊषा ने इन परीक्षाओं की तैयारी के लिए इतनी
मेहनत की कि केबीसी के कठिन सवालों के जवाब आसान लगने लगे।
केबीसी में जाने का आइडिया ऊषा के पति धर्मेन्द्र यादव का था। धर्मेन्द्र कई साल से कोशिश कर रहे थे लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने ऊषा को सुझाव दिया। ऊषा ने पहली बार मई में रजिस्ट्रेशन कराया। शुरूआत के 5-6 दिन तक शो के अंत में पूछे जाने वाले प्रश्न का जवाब दिया और आखिरकार 8 मई को केबीसी से फोन आ गया।
10 मई को फिर फोन आया कि लखनऊ में ऑडिशन होगा। 8 जून को ऑडिशन देकर लौटीं ऊषा को 16 अगस्त को मुंबई से फोन आया कि उन्हें फास्टेस्ट फिंगर राउंड की शूटिंग के लिए मुंबई आना होगा। उसमें चुने जाने के बाद 6 सितंबर को आखिरी बार शूटिंग हुई और फिर जो हुआ वह सोमवार को सबके सामने आ गया।
सोमवार को शो का प्रसारण होने के बाद से ऊषा बहुत प्रसन्न हैं। उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को बधाई देने वालों का तांता लगा है। हालांकि अभी जीत की रकम 25 लाख रुपये उनके खाते में नहीं आई है। ऊषा ने बताया कि खाते में रुपये ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही रुपये मिलने की बात बताई गई है।
यूपी टीईटी में 115 नंबर, सुपर टेट में 125 का विश्वास
18 नवंबर को आयोजित प्राथमिक स्तर के टीईटी में ऊषा यादव को 115 नंबर मिले थे। उसके बाद 6 जनवरी 2019 को हुई सुपर टीईटी में भी ऊषा को 125 नंबर मिलने का विश्वास है। हालांकि इस परीक्षा की संशोधित उत्तरकुंजी जारी होने से पहले ही कटऑफ अंकों का विवाद हाईकोर्ट में चला गया। ऊषा को विश्वास है कि फैसला जो भी हो उन्हें इतने अंक मिल चुके हैं कि शिक्षक पद पर चुना जाना तय है। ऊषा ने हाईस्कूल आरए कॉन्वेंट स्कूल मेजा रोड से 71% अंकों से पास की थी। नंद किशोर इंटर कॉलेज मेजा रोड से 12वीं में 70% अंक हासिल किए। लाला लक्ष्मीनारायण डिग्री कॉलेज सिरसा से 58% अंकों के साथ बीए और 2012 में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से बीएड में 72% नंबर लाकर सफल हुईं।
केबीसी में जाने का आइडिया ऊषा के पति धर्मेन्द्र यादव का था। धर्मेन्द्र कई साल से कोशिश कर रहे थे लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने ऊषा को सुझाव दिया। ऊषा ने पहली बार मई में रजिस्ट्रेशन कराया। शुरूआत के 5-6 दिन तक शो के अंत में पूछे जाने वाले प्रश्न का जवाब दिया और आखिरकार 8 मई को केबीसी से फोन आ गया।
10 मई को फिर फोन आया कि लखनऊ में ऑडिशन होगा। 8 जून को ऑडिशन देकर लौटीं ऊषा को 16 अगस्त को मुंबई से फोन आया कि उन्हें फास्टेस्ट फिंगर राउंड की शूटिंग के लिए मुंबई आना होगा। उसमें चुने जाने के बाद 6 सितंबर को आखिरी बार शूटिंग हुई और फिर जो हुआ वह सोमवार को सबके सामने आ गया।
सोमवार को शो का प्रसारण होने के बाद से ऊषा बहुत प्रसन्न हैं। उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को बधाई देने वालों का तांता लगा है। हालांकि अभी जीत की रकम 25 लाख रुपये उनके खाते में नहीं आई है। ऊषा ने बताया कि खाते में रुपये ट्रांसफर करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और जल्द ही रुपये मिलने की बात बताई गई है।
यूपी टीईटी में 115 नंबर, सुपर टेट में 125 का विश्वास
18 नवंबर को आयोजित प्राथमिक स्तर के टीईटी में ऊषा यादव को 115 नंबर मिले थे। उसके बाद 6 जनवरी 2019 को हुई सुपर टीईटी में भी ऊषा को 125 नंबर मिलने का विश्वास है। हालांकि इस परीक्षा की संशोधित उत्तरकुंजी जारी होने से पहले ही कटऑफ अंकों का विवाद हाईकोर्ट में चला गया। ऊषा को विश्वास है कि फैसला जो भी हो उन्हें इतने अंक मिल चुके हैं कि शिक्षक पद पर चुना जाना तय है। ऊषा ने हाईस्कूल आरए कॉन्वेंट स्कूल मेजा रोड से 71% अंकों से पास की थी। नंद किशोर इंटर कॉलेज मेजा रोड से 12वीं में 70% अंक हासिल किए। लाला लक्ष्मीनारायण डिग्री कॉलेज सिरसा से 58% अंकों के साथ बीए और 2012 में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से बीएड में 72% नंबर लाकर सफल हुईं।