मथुरा। बीएसए आफिस में बहुचर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले के रिकार्ड से जुड़े
सील कक्ष में आग की चिंगारियों ने अफरातफरी मचा दी। आनन-फानन में बीएसए
मौके पर पहुंच गए। अग्निशमन की गाड़ी भी आ गई। हालांकि आग विद्युत लाइन में
सिर्फ चिंगारियों तक सिमट कर खत्म हो गई।
पिछले साल परिषदीय विद्यालयों की शिक्षक भर्ती में बड़ा घोटाले का खुलासा
हुआ था। इसमें दो सौ से अधिक फर्जी शिक्षक पकड़ में आए थे। इस घोटाले से
जुड़े करीब 32 लोगों को जेल भेजा गया। जांच एसआईटी के स्तर से भी हुई थी।
तत्कालीन बीएसए सहित चार खंड शिक्षाधिकारी निलंबित किए गए थे।
शिक्षकों की फर्जी भर्ती के रिकार्ड से जुड़े कक्ष को सील किया गया था। इसकी सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात है। सोमवार को शाम के वक्त कक्ष से चिंगारी उठने से अफरातफरी मच गई। सुरक्षा कर्मियों ने इसकी सूचना बीएसए और अग्निशमन को दी। आननफानन में बीएसए चंद्रशेखर और अग्निशमन की गाड़ी पहुंच गई। हालांकि इससे पहले ही विद्युत लाइन से उठी चिंगारी शांत हो चुकी थी।
अग्निशमन अधिकारी संजय जयसवाल ने बताया कि सूचना मिली थी कि बीएसए ऑफिस में आग लग गई है। धुआं निकल रहा है। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि विद्युत लाइन से चिंगारी उठी थी, जिससे धुआं भी निकाला। बीएसए चंद्रशेखर ने बताया कि उक्त कक्ष की बिजली काट दी गई है। उसके जंगलों को भी ईंटों से बंद करा दिया गया है।
छाता और आगरा में खाक हो चुके हैं फर्जी भर्ती के रिकार्ड
आगरा में बीएसए कार्यालय के कमरे में आगजनी की घटना हो चुकी है, जिसमें बीएड 2004-05 फर्जीवाड़े से सम्बन्धित दस्तावेज जल गए थे। जांच पुलिस की एसआईटी कर रही है। ऐसे में यह संभावना बनी रहती है कि कहीं मथुरा में भी कोई इस तरह फर्जी शिक्षक भर्ती के साक्ष्यों को खत्म करने के लिए इस तरह की हरकत को अंजाम न दे दे।
पिछले वर्ष छाता में बीआरसी कार्यालय में आग लगने की घटना हुई। संदिग्ध तरीके से आग लगने पर पुलिस में तहरीर देने के साथ विभागीय जांच कमेटी बनी, लेकिन एक वर्ष तक जांच कमेटी ने रिपोर्ट नहीं दी है। माना जा रहा है कि यहां कुछ फर्जी शिक्षकों व एरियर से संबंधित पत्रावलियों को ठिकाने लगाया गया था। इसमें विभागीय कर्मियों की मिलीभगत होने से मामले को दबा दिया गया।
शिक्षकों की फर्जी भर्ती के रिकार्ड से जुड़े कक्ष को सील किया गया था। इसकी सुरक्षा के लिए पुलिस बल भी तैनात है। सोमवार को शाम के वक्त कक्ष से चिंगारी उठने से अफरातफरी मच गई। सुरक्षा कर्मियों ने इसकी सूचना बीएसए और अग्निशमन को दी। आननफानन में बीएसए चंद्रशेखर और अग्निशमन की गाड़ी पहुंच गई। हालांकि इससे पहले ही विद्युत लाइन से उठी चिंगारी शांत हो चुकी थी।
अग्निशमन अधिकारी संजय जयसवाल ने बताया कि सूचना मिली थी कि बीएसए ऑफिस में आग लग गई है। धुआं निकल रहा है। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि विद्युत लाइन से चिंगारी उठी थी, जिससे धुआं भी निकाला। बीएसए चंद्रशेखर ने बताया कि उक्त कक्ष की बिजली काट दी गई है। उसके जंगलों को भी ईंटों से बंद करा दिया गया है।
छाता और आगरा में खाक हो चुके हैं फर्जी भर्ती के रिकार्ड
आगरा में बीएसए कार्यालय के कमरे में आगजनी की घटना हो चुकी है, जिसमें बीएड 2004-05 फर्जीवाड़े से सम्बन्धित दस्तावेज जल गए थे। जांच पुलिस की एसआईटी कर रही है। ऐसे में यह संभावना बनी रहती है कि कहीं मथुरा में भी कोई इस तरह फर्जी शिक्षक भर्ती के साक्ष्यों को खत्म करने के लिए इस तरह की हरकत को अंजाम न दे दे।
पिछले वर्ष छाता में बीआरसी कार्यालय में आग लगने की घटना हुई। संदिग्ध तरीके से आग लगने पर पुलिस में तहरीर देने के साथ विभागीय जांच कमेटी बनी, लेकिन एक वर्ष तक जांच कमेटी ने रिपोर्ट नहीं दी है। माना जा रहा है कि यहां कुछ फर्जी शिक्षकों व एरियर से संबंधित पत्रावलियों को ठिकाने लगाया गया था। इसमें विभागीय कर्मियों की मिलीभगत होने से मामले को दबा दिया गया।