69000 शिक्षक भर्ती में चयनित होने वाले बीएड डिग्रीधारकों को छह महीने का ब्रिज कोर्स करना होगा। यह कोर्स उन्हें नियुक्ति मिलने के दो साल के अंदर करना होगा। राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के इस संशोधन के बाद प्रदेश में पहली बार यह भर्ती हो रही है। अभी तक प्राइमरी स्कूलों में नियुक्ति होने पर बीएड डिग्रीधारकों को छह महीने के प्रशिक्षण के बाद ही सहायक अध्यापक के पद पर नियुक्ति पत्र मिलते आए हैं।
इससे पहले राज्यों की मांग पर विशेष स्थिति में केन्द्र इसकी अनुमति देता था कि बीएड पास अभ्यर्थियों को प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक नियुक्त किया जाए। कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के लिए सिर्फ प्रारंभिक शिक्षा में प्रशिक्षण यानी बीटीसी (बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट) या डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन ) वाले ही मान्य थे। लेकिन जून, 2018 में एनसीटीई ने इसमें संशोधन करते हुए बीएड डिग्रीधारकों को भी कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के लिए पात्र करार दिया है लेकिन उन्हें छह महीने का कोर्स दो साल में करना होगा। इससे पहले राज्य सरकार स्पेशल बीटीसी या प्रशिक्षु शिक्षक के तौर परबीएडडिग्रीधारकों की भर्ती करती आई है। 2011-12 में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में बीएड डिग्रीधारकों को मौका दिया गया था।
इससे पहले राज्यों की मांग पर विशेष स्थिति में केन्द्र इसकी अनुमति देता था कि बीएड पास अभ्यर्थियों को प्राइमरी स्कूलों में शिक्षक नियुक्त किया जाए। कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के लिए सिर्फ प्रारंभिक शिक्षा में प्रशिक्षण यानी बीटीसी (बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट) या डीएलएड (डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन ) वाले ही मान्य थे। लेकिन जून, 2018 में एनसीटीई ने इसमें संशोधन करते हुए बीएड डिग्रीधारकों को भी कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने के लिए पात्र करार दिया है लेकिन उन्हें छह महीने का कोर्स दो साल में करना होगा। इससे पहले राज्य सरकार स्पेशल बीटीसी या प्रशिक्षु शिक्षक के तौर परबीएडडिग्रीधारकों की भर्ती करती आई है। 2011-12 में 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में बीएड डिग्रीधारकों को मौका दिया गया था।
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