प्रयागराज : प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा की जांच कर रही स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) को चौंकाने वाली कुछ नई जानकारी मिली है। पता चला है कि डॉ. केएल पटेल की तरह कुछ और भी शातिर शख्स हैं, जिन्होंने फर्जीवाड़ा किया है। कुछ अभ्यर्थियों से मिली शिकायत के बाद एसटीएफ ने इसकी जांच भी शुरू कर दी है।
एक टीम शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा गिरोह के सरगना डॉ. केएल पटेल से जुड़े लोगों की जानकारी जुटा रही है। एसटीएफ के पास कुछ शिकायतें आईं जिसमें कहा है कि प्रतापगढ़, मीरजापुर, जौनपुर और कौशांबी के कई युवक हैं, जिन्होंने लिखित परीक्षा में पैसा लेकर अभ्यर्थियों को पास कराया है। शिकायत में कथित रूप से फर्जीवाड़ा करने वालों और पास कराए गए अभ्यर्थियों के नाम भी बताए गए हैं। एसटीएफ यह भी पता लगा रही है कि जिन युवकों के बारे में शिकायत मिली है, कहीं उनके तार डॉ. केएल पटेल अथवा उसके गिरोह के सदस्यों से तो नहीं जुड़े हैं। एक-एक शिकायत के आधार पर जमीनी हकीकत की पड़ताल की जा रही है। एसटीएफ के अधिकारी इस संबंध में कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। वहीं, फर्जीवाड़े के फरार अभियुक्त स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव व मायापति दुबे, दुर्गेश पटेल व संदीप पटेल की गिरफ्तारी तमाम कोशिशों के बावजूद अभी नहीं की जा सकी है।
एक टीम शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा गिरोह के सरगना डॉ. केएल पटेल से जुड़े लोगों की जानकारी जुटा रही है। एसटीएफ के पास कुछ शिकायतें आईं जिसमें कहा है कि प्रतापगढ़, मीरजापुर, जौनपुर और कौशांबी के कई युवक हैं, जिन्होंने लिखित परीक्षा में पैसा लेकर अभ्यर्थियों को पास कराया है। शिकायत में कथित रूप से फर्जीवाड़ा करने वालों और पास कराए गए अभ्यर्थियों के नाम भी बताए गए हैं। एसटीएफ यह भी पता लगा रही है कि जिन युवकों के बारे में शिकायत मिली है, कहीं उनके तार डॉ. केएल पटेल अथवा उसके गिरोह के सदस्यों से तो नहीं जुड़े हैं। एक-एक शिकायत के आधार पर जमीनी हकीकत की पड़ताल की जा रही है। एसटीएफ के अधिकारी इस संबंध में कुछ बोलने से कतरा रहे हैं। वहीं, फर्जीवाड़े के फरार अभियुक्त स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव व मायापति दुबे, दुर्गेश पटेल व संदीप पटेल की गिरफ्तारी तमाम कोशिशों के बावजूद अभी नहीं की जा सकी है।