शिक्षामित्रों व अनुदेशकों का आधार सत्यापन ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर होगा। इसके लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी रोस्टर बना कर अधिकतम 10 लोगों को एक साथ बुलाएंगे। वहीं इनके सभी प्रमाणपत्रों का सत्यापन संबंधित बोर्ड या विवि को प्रमाणपत्र भेज कर या ऑनलाइन किया जाएगा। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार ने आदेश जारी कर दिया है। प्रदेश में लगभग 1.55 लाख शिक्षामित्र व 30 हजार अनुदेशक हैं। आदेश के
मुताबिक ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर इनरोलमेंट व आधार अपडेशन किट मौजूद है। इसके माध्यम से ही आधार का सत्यापन किया जाए। हर संसाधन केन्द्र पर दो किट मौजूद हैं। अभी तक केजीबीवी में ओटीपी के माध्यम से आधार सत्यापन हो रहा है। इसमें कई तरह की दिक्कते आ रही हैं। मसलन, कुछ अध्यापकों के नंबर बदल गए हैं तो कुछ के पास ओटीपी आने में दिक्कत आ रही है। इस किट के माध्यम से सत्यापन तुरंत हो जाएगा। वहीं सभी प्रमाणपत्रों के सत्यापन में स्टेशनरी या डाक पर आने वाला खर्च समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया जाएगा। केजीबीवी में अनामिका प्रकरण के बाद फर्जी शिक्षकों की पकड़ में विभाग तेजी बरत रहा है और कई तरीकों से फर्जी शिक्षकों की पहचान की जा रही है।
मुताबिक ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर इनरोलमेंट व आधार अपडेशन किट मौजूद है। इसके माध्यम से ही आधार का सत्यापन किया जाए। हर संसाधन केन्द्र पर दो किट मौजूद हैं। अभी तक केजीबीवी में ओटीपी के माध्यम से आधार सत्यापन हो रहा है। इसमें कई तरह की दिक्कते आ रही हैं। मसलन, कुछ अध्यापकों के नंबर बदल गए हैं तो कुछ के पास ओटीपी आने में दिक्कत आ रही है। इस किट के माध्यम से सत्यापन तुरंत हो जाएगा। वहीं सभी प्रमाणपत्रों के सत्यापन में स्टेशनरी या डाक पर आने वाला खर्च समग्र शिक्षा अभियान के तहत किया जाएगा। केजीबीवी में अनामिका प्रकरण के बाद फर्जी शिक्षकों की पकड़ में विभाग तेजी बरत रहा है और कई तरीकों से फर्जी शिक्षकों की पहचान की जा रही है।