कुशीनगर: वर्दी पहन कल तक लोगों की सुरक्षा की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने वाले 22 पुलिसकर्मी अब शिक्षक बन कर समाज में अपना योगदान देंगे। इन पुलिसकर्मियों का चयन परिषदीय शिक्षक पद पर हुआ है। शिक्षक बने पुलिसकर्मियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कार्यमुक्ति के लिए आवेदन कर वर्दी की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने की मांग की है।
प्रदेश में 69 हजार सहायक अध्यापक भर्ती में 31222 पदों को भरने के लिए काउंसिलिग शुरू हुई थी। कांउसिलिग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद ने हाल में ही जिला आवंटन सूची जारी की थी। इसमें कुशीनगर में कांस्टेबल पद पर तैनात 22 पुलिसकर्मी भी सहायक अध्यापक पद पर चयनित हुए। कांस्टेबल की नौकरी के दौरान शिक्षक बने पुलिसकर्मियों के सामने कई दिनों तक असमंजस की स्थिति रही कि वह क्या करें और क्या नहीं। एक ओर वर्दी की शान तो दूसरी तरफ शिक्षक का सम्मान। इन सब के बीच कांस्टेबलों ने वेतन के आधार पर शिक्षक की नौकरी बेहतर समझी और इन्होंने पुलिस विभाग की नौकरी छोड़ शिक्षक बनने का निर्णय लिया। नाम न छापने की शर्त पर आवेदन किए एक कांस्टेबल ने बताया कि सिपाही का ग्रेड पे 22 सौ रुपये से शुरू है जबकि सहायक शिक्षक का ग्रेड पे 45 सौ रुपये से। दोनों में बड़ा अंतर है। इस तरह सहायक अध्यापक पद पर चयनित इन पुलिसकर्मियों ने कार्यमुक्ति के लिए आवेदन कर शिक्षक बनने की अनुमति मांगी है।
सहायक शिक्षक पद पर चयनित जिले के 22 कांस्टेबल ने कार्यमुक्ति के लिए आवेदन किया है। कुछ को कार्यमुक्त कर दिया गया है अन्य को भी जल्द ही नियमानुसार कार्यमुक्त कर दिया जाएगा।
-विनोद कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक