सीमैट की ओर से बृहस्पतिवार को नई शिक्षा नीति 2020 के संदर्भ में 'नो योर चाइल्ड' विषय पर तीन दिवसीय वेबिनार शुरू हुआ। निदेशक सीमैट संजय सिन्हा ने कहा, हमें वर्तमान समय में सर्वप्रथम अपने बच्चे को समझने को
आवश्यकता है। जब तक हम उनको नहीं समझेंगे, हम उनका सर्वांगीण विकास नहीं कर पाएंगे। अध्यक्षता करते हुए डॉ. कृष्ण मोहन त्रिपाठी ने कहा कि बच्चा हर समय कुछ न कुछ सीखता है, इसलिए कोशिश यह होनी चाहिए कि उनको हमेशा अच्छी बातें सिखाएं। पहले दिन की प्रमुख बता जननायक चंद्रशेखर विवि, बलिया की कुलपति प्रो. कल्पलता पांडेय ने कहा कि समता और समानता का अर्थ है कि हम सभी बच्चों में बराबरी रखें। प्रो. रंजना अरोरा ने कहा कि बच्चों के चहुमुखी विकास के लिए सृजनात्मक वाताबरण देने की आवश्यकता है, प्रत्येक बच्चा विशिष्ट होता है। सीखने-सिखाने की गति भी अलग-अलग होती है। प्रो. पीके साहू ने कहा कि शिक्षक का बहु विषय में ज्ञान होना आवश्यक है।