Prayagraj: तीन सरकारी इंटर कॉलेज फाइलों में अटके हैं। कहीं बजट का अभाव है तो कहीं शासन से मंजूरी नहीं मिल सकी है। श्रमिकों के बच्चों के लिए प्रयागराज समेत 18 मंडलों के मुख्यालयों में प्रस्तावित अटल आवासीय
विद्यालय का बजट जारी होने के बावजूद निर्माण शुरू नहीं हो सका है। इनकी स्थापना की घोषणा 26 फरवरी 2015 को हुई थी। उस समय इसका नाम आवासीय विद्यालय योजना था। प्रदेश सरकार ने नाम बदलकर अटल आवासीय योजना रख दिया। 18 स्कूलों के निर्माण पर 1256.72 रुपये खर्च होने हैं। प्रयागराज के एएलसी गौतम गिरि का कहना है कि श्रम विभाग ने कोरांव के बेलहट में जमीन चिह्नित कर लोक निर्माण विभाग को दी है। बजट मिल चुका है। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है क्योंकि टेंडर की प्रक्रिया लखनऊ स्तर से होनी है। केंद्रीय विद्यालय खोलने के लिए शासन ने सितंबर 2018 में जमीन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। जिला प्रशासन ने कोरांव के खेरागढ़ लतीफपुर में जमीन अधिग्रहीत की थी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय ने 8 नवंबर 2019 को सूचना शासन को भेजी थी। प्रतापपुर के सिन्धौरा में मावि के निर्माण के लिए 31 अक्तूबर 2019 को माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने प्रस्ताव भेजा था। लेकिन अब तक मंजूरी नहीं मिल सकी है। सीएम की घोषणा पर कोरांव में बन रहे राजकीय इंटर कॉलेज का निर्माण भी पूरी नहीं हो सका है।