प्रयागराज। कोरोना संक्रमण के दौर में स्कूल बंद होने, घर बैठे ऑनलाइन क्लास चलाने के प्रयास के बीच सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अभिभावकों ने नौकरी चली जाने से निजी स्कूलों से बच्चों
का नाम कटवाकर अपने बच्चों को परिषदीय विद्यालयों में नाम लिखवा दिया। जिले में कोरोना संक्रमण के दौर में चालू शैक्षिक सत्र में 14 हजार से अधिक बच्चे बढ़ गए। सबसे खास बात यह है कि इसमें पहली कक्षा नहीं बल्कि बीच की कक्षा में बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।बेसिक शिक्षा विभाग के आंकड़े बताते हैं कि जिले के प्राथमिक विद्यालयों में 2019 में कुल 4,16007 बच्चे पंजीकृत थे, 2020 में बच्चों की संख्या 4,30191 पहुंच गई। बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुशवाहा का कहना है कि कोविड-19 के दौर में अभिभावकों का सरकारी स्कूलों के प्रति रुझान बढ़ा है। बड़ी संख्या में अभिभावकों ने निजी स्कूलों से नाम कटवाकर सरकारी स्कूलों में बच्चों का नाम लिखवाया। नए प्रवेश लेने वालों में नौकरी छूटने के बाद बाहर से आने वाले प्रवासियों के बच्चे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग के बाद इस बात का विवरण नहीं कि कितने प्रवासियों के बच्चों ने प्रवेश लिया।
परिषदीय स्कूल में बच्चों के आंकड़े
बेसिक शिक्षा विभाग के आंकड़ों को देखें तो पहली से पांचवीं तक कुल 164864 छात्राएं। उच्च प्राथमिक स्तर पर कुल 51566 छात्राओं ने प्रवेश लिया। प्राथमिक में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के 67717 और जूनियर में 22133 बालक अभी पढ़ रहे हैं। अंग्रेजी माध्यम में प्राथमिक विद्यालयों में कुल 43268 बच्चे पढ़ रहे हैं। इसमें छात्राओं की संख्या 21437 है। उच्च प्राथमिक कक्षाओं में कुल 4367 बच्चे पंजीकृत हैं। इसमें 2239 छात्राएं हैं।