29 जुलाई 2020 को घोषित नई शिक्षा नीति को जमीन पर उतारने के लिए शिक्षक तैयार होने लगे हैं। प्री प्राइमरी कक्षाओं (नर्सरी, एलकेजी और यूकेजी) के बच्चों को लिखने, पढ़ने और रटने से मुक्त करना शिक्षकों का लक्ष्य है। प्रयागराज में 2933 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को पहले चरण में प्रशिक्षित किया जा चुका है।
किन बातों पर जोर
● अक्षर सिखाने से पहले हाथ और आंख के बीच समन्वय सिखाया जाए
● अक्षर सिखाने से पहले आकार की अवधारणा से परिचित कराया जाए
● भाव गीत और कविता से बच्चों में शब्दावली का विकास होता है और उनमें आत्मविश्वास बढ़ता है
● 3 से 4 साल के बच्चे में मस्तिष्क का विकास तेजी से होता है इसलिए उसकी शब्दावली का विकास भी ज्यादा होता है