कानपुर देहात। रसूलाबाद क्षेत्र के एक परिषदीय विद्यालय के हेड मास्टर व सहायक शिक्षक को शिक्षिकाओं से छेड़छाड़ व अश्लील हरकत करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। विशाखा समिति की ओर से जांच रिपोर्ट सौंपने के बाद बीएसए ने गुरुवार को ये कार्रवाई की है।
ब्लॉक के एक संविलियन विद्यालय में तैनात तीन महिला शिक्षकों ने विद्यालय के हेड मास्टर प्रभाकांत बाजपेई व सहायक अध्यापक वीरेंद्र कुशवाहा पर छेड़छाड़ व प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। महिला शिक्षकों ने 24 अगस्त को इसकी शिकायत पुलिस व बीएसए से की थी।
पुलिस ने विभाग को ही आंतरिक जांच कराने के लिए कहा था। इस पर बीएसए ने दो महिला बीईओ व एक पुरुष बीईओ की विशाखा समिति गठित कर जांच कराई। जांच टीम को महिला शिक्षकों ने बताया कि प्रधानाध्यापक व सहायक शिक्षक स्कूल के समय उन पर अश्लील टिप्पणियां करते हैं।
ऑफिस में बुलाकर पास में बैठने का दबाव बनाते हैं। एक महिला शिक्षक का आरोप है कि इसकी वजह से उसे माइग्रेन की दिक्कत हो गई। इसका उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है। शिक्षकों की हरकतें 24 अगस्त को ग्रामीणों को पता चलीं थी इस पर लोगों ने स्कूल पहुंच कर उनकी पिटाई की थी।
वहीं आरोपी शिक्षकों ने बताया कि महिला शिक्षक कानपुर से आती हैं। समय से स्कूल आने के लिए कहने पर वह खुन्नस में गलत आरोप लगा रही हैं। विशाखा समिति ने बुधवार को रिपोर्ट बीएसए को सौंपी।
इसमें शिक्षिकाओं की ओर से लगाए गए छेड़छाड़ व अश्लील हरकत करने के आरोप सही पाए गए। इस पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक प्रभाकांत बाजपेई व सहायक शिक्षक वीरेंद्र कुशवाहा को निलंबित कर दिया। मामले की विस्तृत जांच अब खंड शिक्षाधिकारी अकबरपुर को सौंपी है।
विशाखा समिति की जांच रिपोर्ट के आधार पर दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। विस्तृत जांच करने की जिम्मेदारी अकबरपुर बीईओ को दी गई है। दोनों शिक्षकों को निलंबन अवधि में अलग-अलग एकल विद्यालय में संबद्ध कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे निर्णय लिया जाएगा।
- सुनील दत्त, बीएसए
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