जूनियर हाई स्कूलों में हेडमास्टर के रिक्त 40% पदों को विभागीय परीक्षा एवं 60% पदों को पदोन्नति से भरने की कार्यवाही दिसम्बर 2021 तक पूर्ण करने हेतु PAB बैठक में प्रस्ताव
🔴 हेडमास्टर पद के लिए अब परीक्षा
🔵 40 फीसदी पद परीक्षा से भरे जाएंगे
🔴 60 फीसदी पदों के लिए तय होंगे मानक
जूनियर हाई स्कूलों में हेडमास्टर के रिक्त 40% पदों को विभागीय परीक्षा एवं 60% पदों को पदोन्नति से भरने की कार्यवाही दिसम्बर 2021 तक पूर्ण करने हेतु PAB बैठक में प्रस्ताव
बेसिक शिक्षा परिषद के जूनियर हाईस्कूलों में हेडमास्टर के पद पर तैनाती के लिए अब विभागीय परीक्षाओं को पास करना होगा। रिक्त पदों पर 40 फीसदी भर्ती विभागीय परीक्षाओं से की जाएगी, वहीं 60 फीसदी के लिए विभिन्न मानकों पर प्रोन्नति करके नियुक्ति दी जाएगी। केन्द्र सरकार ने राज्य को इस प्रक्रिया को 31 दिसम्बर, 2021 तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
प्रदेश के 1.59 लाख प्राइमरी व जूनियर स्कूलों में प्रधानाध्यापकों के 52,317 पद रिक्त हैं। इनमें 30,426 पद जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों के हैं। ये पद लम्बे समय से रिक्त चल रहे हैं। वार्षिक कार्ययोजना की बैठक में राज्य ने केन्द्र को लिखित रूप से आश्वासन दिया है कि राज्य इन्हें विभागीय परीक्षाओं व मानकों के आधार पर प्रोन्नति देकर वरीयता के आधार पर भरेगा। हालांकि केन्द्र चाह रहा था कि इनमें से 50 फीसदी पद सीधी भर्ती से भरे जाए लेकिन राज्य ने इससे सीधे इनकार कर दिया।
विभागीय अफसरों का कहना है कि हम केवल प्राइमरी स्कूलों के लिए सहायक अध्यापक सीधी भर्ती से लेते हैं और बाकी पद प्रोन्नति के आधार पर भरे जाते हैं। इस निर्णय से कार्यरत शिक्षकों का अहित होगा।
60 फीसदी पदों के लिए ऑपरेशन कायाकल्प, बच्चों की हाजिरी, स्कूल का सैट स्कोर, मिशन प्रेरणा के अन्य बिन्दु मानकों के रूप में तय होंगे