प्रतापगढ़। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में तैनात शिक्षकों ने दस साल की सेवा के बाद मिलने वाले चयन वेतनमान की मांग को लेकर बीएसए कार्यालय पर प्रदर्शन किया। शिक्षक नेताओं ने कहा कि अब शोषण बर्दाश्त नहीं करेंगे और अपना हक लेकर रहेंगे। उन्होंने कोरोनाकाल में मृत शिक्षकों के आश्रितों को नौकरी देने की मांग उठाई।
बुधवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले बीएसए कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर शिक्षकों ने चयन वेतनमान जारी नहीं करने पर नाराजगी प्रकट करते हुए नारेबाजी की। जिलाध्यक्ष रमाशंकर शुक्ल ने कहा कि विभाग में यह व्यवस्था है कि दस वर्ष की सेवा पर शिक्षक को चयन वेतनमान मिलना चाहिए। फिर भी बीएसए नहीं दे रहे हैं। जिलामंत्री विनय कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षकों के हक पर डाका डाला जा रहा है। कहा कि चयन वेतनमान को लागू करने में बीएसए और लिपिक धर्मेंद्र कुमार बाधक बना हुआ है।
संडवाचंद्रिका ब्लॉक अध्यक्ष राकेश सिंह ने कहा कि कोरोना से हुई शिक्षकों की मौत के मामले में विभाग लापरवाही बरत रहा है। उन्होंने आश्रितों को अविलंब नौकरी देने की मांग की। अनिल पांडेय ने नवनियुक्त शिक्षकों के अभिलेखों का सत्यापन कराकर अविलंब एरियर और वेतन भुगतान करने की मांग की है।
धरने का संचालन प्रभाशंकर पांडेय ने किया। इस अवसर पर प्रभाकर प्रताप सिंह, रामानंद मिश्रा, रामकुमार सिंह, सुशील सिंह, मानवेंद्र, राजीव गुप्ता, सुधीर सिंह, नवीन शुक्ला, जैनेंद्र सरोज, विजय मिश्र, पन्नालाल समेत काफी संख्या में लोग आदि मौजूद रहे।