UP Teacher Recruitment 2022: यूपी में मानदेय पर रखे जाएंगे 2090 तदर्थ शिक्षक

उ प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में सात अगस्त 1993 के बाद से नियुक्त 2090 तदर्थ शिक्षकों को मानदेय पर रखने का प्रस्ताव है। माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. सरिता तिवारी की ओर से विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा को भेजे जा रहे प्रस्ताव में तदर्थ शिक्षकों को मानदेय पर रखने के लिए तीन फॉर्मूला सुझाया गया है। इसके लिए सरकार पर एक अरब 20 करोड़ से लेकर दो अरब 41 करोड़ रुपये तक सालाना व्यय भार पड़ेगा।

संजय सिंह के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने तदर्थ शिक्षकों को प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) और प्रवक्ता (पीजीटी) भर्ती परीक्षा में शामिल होने के आदेश दिए थे। हालांकि 2021 के टीजीटी-पीजीटी विज्ञापन में मात्र 40 तदर्थ शिक्षक (छह प्रवक्ता और 34 सहायक अध्यापक) ही उसमें सफल हो सके थे। भर्ती में असफल होने के बाद नौकरी से बाहर होने पर वर्ष 2000 के बाद से नियुक्त शिक्षकों के समक्ष जीवन-यापन की समस्या पैदा हो गई है।

इस मामले में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में नौ जुलाई को बैठक में इन शिक्षकों के भरण-पोषण के लिए समुचित प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा गया था। सात अगस्त 1993 से 30 दिसंबर 2000 तक 979 और वर्ष 2000 के बाद 1111 कुल 2090 शिक्षक दायरे में आ रहे हैं।