अतिथि शिक्षकों की भर्ती की राह खुली, शिक्षकों के 52 हजार खाली पदों पर होगी नियुक्ति

भोपाल। मध्यप्रदेश में स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी करने के लिए अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जा रही है. स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के सीएम राइज सहित अन्य सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पदों पर इन अतिथि

शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। स्कूलों में करीब 70 हजार पद रिक्त है और शिक्षक पात्रता परीक्षा 2018 से 18 हजार पदों पर भर्ती की गई है। इस प्रकार अब भी शिक्षकों के करीब 52 हजार पद खाली है।

aaateacher.png
डीपीआई ने जारी किए आदेश

स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षण व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इसे देखते हुए सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके लिए पंजीयन और सत्यापन का कार्य पूरा हो चुका है। गुरुवार से पोर्टल पर खाली रिक्त पदों की सूची भी प्रदर्शित की जाने लगी है।

लोक शिक्षण संचालनालय ने अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति के आदेश तो जारी कर दिए हैं पर इसके लिए शर्तें भी तय की गई हैं. बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी पहले विद्यालय में पदस्थ शिक्षकों को ही सौंपी जाएगी। इसके बाद भी आवश्यकता पड़ने पर अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति को स्वीकृति दी जाएगी। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी एकीकृत शालाओं में शिक्षकों के समायोजन का आदेश दिया गया है।

एक शाला, एक परिसर योजना के क्रियान्वयन के कारण माध्यमिक एवं हाईस्कूल बड़ी संख्या में एकीकृत रूप से संचालित- आदेश में यह भी कहा गया है कि 11वीं एवं 12 वीं के व्याख्याता या उच्च माध्यमिक शिक्षक ही अब 6वीं से लेकर 10 वीं तक के बच्चों को भी पढ़ाएंगे। इसके बाद भी कोई स्थान रिक्त रह जाने पर अतिथि शिक्षक की भर्ती की जाएगी। एक शाला, एक परिसर योजना के क्रियान्वयन के कारण माध्यमिक एवं हाईस्कूल बड़ी संख्या में एकीकृत रूप से संचालित होने लगे हैं। ऐेसे में शिक्षकों की संख्या भी बढ़ गई है। यही कारण है कि हाईस्कूल और हायर सेकंडरी में पढ़ानेवाले शिक्षकों को ही 6वीं से 10वीं तक के विद्यार्थियों को भी पढ़ाने को कहा गया है।