नियुक्ति के बाद तबादला करा वापस जा रहे शिक्षक

 श्रावस्ती। आकांक्षी जिला होने के बाद भी यहां की शिक्षा व्यवस्था बेपटरी है। सिर्फ नौकरी पाने के लिए शिक्षक यहां नियुक्ति ले रहे हैं। बाद में जुगाड़ करके मनचाहे जिलों में जा रहे हैं।

जिले में शिक्षकों की संख्या पहले ही आधे से कम थी। इस बार भी हुए स्थानांतरण के बाद यह संख्या और कम हो जाएगी क्योंकि जिले को मात्र दस शिक्षक मिलेंगे और जाने वाले 223 शिक्षक हैं।


जिले में 594 परिषदीय प्राथमिक व 104 उच्च प्राथमिक सहित 286 कंपोजिट विद्यालय हैं। जिनके लिए जिले में जूनियर विद्यालयों में 82 प्रधानाचार्य व 1,212 सहायक अध्यापक के पद सृजित हैं। वहीं प्राथमिक विद्यालयों में 138 प्रधानाचार्य व 3,620 सहायक अध्यापक के पद सृजित हैं। जिनके सापेक्ष जूनियर हाईस्कूल में 210 प्रधानाचार्य व 343 सहायक अध्यापक तैनात हैं। वहीं प्राथमिक विद्यालयों में 230 प्रधानाचार्य व 1,979 सहायक अध्यापकों की तैनाती है। ऐसे में देखा जाए तो प्राथमिक विद्यालयों में 1,641 व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 869 सहायक अध्यापकों के पद पहले से ही रिक्त हैं। वहीं मौजूदा सूची में जहां जिले को मात्र दस शिक्षक मिले। वहीं जिले से जाने वाले शिक्षकों की संख्या 223 है। ऐसे में 213 शिक्षक जिले में और कम हो जाएंगे। ऐसे में जिले की परिषदीय शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे ही होगी। क्योंकि देखा जाए तो प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के 4,832 के सापेक्ष 2,322 शिक्षक ही मौजूद हैं। जिनमें 213 शिक्षकों के जाने के बाद जिले में 2,109 शिक्षकों की कमी हो जाएगी।


बीएसए अमिता सिंह का कहना है कि यह शासन स्तर का मामला है। इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकते हैं।