बाराबंकी। अंतरजनपदीय तबादले के बाद जिले में ज्वॉइन करने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं अपने मनपसंद विद्यालय में तैनाती को लेकर जोर आजमाइश कर रहे हैं। जुगाड़ के साथ सिफारिशों का दौर चल रहा है मगर विभाग ने साफ कर दिया है कि इस बार तैनाती विशेष सॉफ्टवेयर व एनआईसी के माध्यम से होगी। जिसमें ऑफलाइन कुछ भी नहीं रहेगा।
चार साल बाद हुए अंतरजनपदीय ट्रांसफर में गैर जिलों से 532 शिक्षक जिले में स्थांतरित किए गए हैं जबकि 93 शिक्षक यहां से दूसरे जिलों में भेजे गए हैं। शिक्षकों की जॉइनिंग और रिलीविंग के लिए गत दिनों में बड़ेल में काउंसिलिंग भी की गई। लेकिन बाहरी जिलों से करीब 100 शिक्षक ज्वाइन करने नहीं पहुंचे हैं जबकि जिले के करीब 31 शिक्षक दूसरे जिलों के लिए रिलीव नहीं हुए हैं। बताया जाता है कि यह 69 हजार भर्ती वाले शिक्षक हैं।
इनका मामला कोर्ट में विचाराधीन है। फिलहाल जिन शिक्षकों ने ज्वाइन कर लिया है वे लखनऊ के आसपास वाले गांव में तैनाती को लेकर बहुत प्रयासरत हैं। इसे लेकर सिफारिशें आम बात हैं। मगर विभाग ने सॉफ्टवेयर पर एनआईसी के माध्यम से ऑनलाइन तैनाती की बात कही है। इससे शिक्षकों में हड़कंप मचा है। बता दें कि जिले में 2636 परिषदीय विद्यालयों में आठ हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं तैनात हैं जबकि 3.18 लाख नौनिहाल पंजीकृत हैं।
ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत एनआईसी के माध्यम से शिक्षकों को विद्यालय आवंटित किए जाएंगे। जिन विद्यालयों में शिक्षकों की जरूरत है वहां तैनाती की जाएगी। जल्द ही इसे लेकर शासन से आने वाले निर्देशों का पालन कराया जाएगा। - संतोष देव पांडेय, बीएसए