भनवापुर। बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी नियुक्ति पत्र जमा करने के लिए आठ जालसाजों ने शिक्षक की नौकरी हासिल कर ली थी। एक व्यक्ति ने शिकायत की तो नए सिरे से जांच हुई तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है। इस मामले में अब विभागीय स्तर से केस दर्ज कराया जा रहा है, जबकि बीईओ को निलंबित करने कार्रवाई शुरू की गई है।
फर्जी नियुक्ति पत्र दिखाकर भनवापुर क्षेत्र में नौकरी कर रहे आठ फर्जी शिक्षक फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद स्कूल छोड़कर फरार हो गए है। वहीं खंड शिक्षा अधिकारी भनवापुर त्रिलोकपुर थाने में इन फर्जी शिक्षकों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर देने की तैयारी कर रहे हैं। जून 2024 में हुई नियुुक्तियों में भनवापुर ब्लॉक में 36 चयनित शिक्षकों को ऑनलाइन माध्यम से नियुक्ति प्रदान की गई थी, लेकिन इनके जांच में लापरवाही के कारण आठ लोगों ने नौकरी हासिल कर ली और उन्हें विद्यालय भी आवंटित हो गए थे। एक व्यक्ति ने ऑफलाइन माध्यम से शिक्षकों का चयन होने की शिकायत की तो दो दिन पहले बीएसए ने सभी शिक्षकों को अंतिम सत्यापन के लिए बुलाया तो 36 शिक्षक ही मौके पर पहुंचे।
----
सत्यापन में गिरफ्तार कराने की थी योजना
अंतिम सत्यापन के बहाने बुलाकर फर्जी नियुक्ति पत्र के आधार पर नौकरी पाने वालों को गिरफ्तार कराने की तैयारी थी, लेकिन जालसाज मौके पर नहीं आए और बुलाने पर उनके मोबाइल भी बंद होते गए। बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसार उनके नाम, पता सही हैं, इसलिए उन्हें पुलिस पकड़ लेगी। छह माह पहले जिले में 314 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिला था। जून माह में इन्हें विद्यालय आवंटित हुआ है। इसमें 36 शिक्षकों को भनवापुर विकास खंड के विद्यालय आवंटित किए गए थे। इन शिक्षकों को वे विद्यालय दिये गए थे, जहां पर सिर्फ एक-एक शिक्षक थे।
---------------
इन लोगों ने किया था ज्वाइन
नाम आवंटित विद्यालय
रंजना कुमारी प्राथमिक विद्यालय निजामाबाद
अंकिता त्रिपाठी प्राथमिक विद्यालय लेडसरनानकार
बृजेश चौहान प्राथमिक विद्यालय रुद्रौलिया
रेनू देवी संविलियन विद्यालय बेवा मुस्तहकम
भूपेश कुमार प्रजापति प्राथमिक विद्यालय सिकौथा
बलराम त्रिपाठी प्राथमिक विद्यालय हस्नाखुशी
भूपेंद्र कुमार प्रजापति प्राथमिक विद्यालय तरहर
राजेश चाैहान प्राथमिक विद्यालय बेलवा हरिबक्श
------------
पहले भी पकड़े जा चुके हैं फर्जी शिक्षक
जिले में पिछले पांच वर्षों में करीब 130 फर्जी शिक्षक पकड़े जा चुके हैं और 314 शिक्षकों की काउंसलिंग के दौरान भी दो व्यक्तियों को पकड़ा गया था। इसके बाद भी फर्जीवाड़े पर निगरानी नहीं की गई। यहां तक कि विद्यालय आवंटित होने के दौरान भी एक व्यक्ति फर्जी नियुक्ति पत्र के साथ पकड़ा गया था। उस पर भी बीएसए ने मुकदमा दर्ज करवा कर जेल भिजवा दिया था। इस बार आठ फर्जी शिक्षक बीएसए कार्यालय गए ही नहीं, और सीधे बीआरसी पहुंचकर विद्यालय ज्वाइन कर लिया।
------
भनवापुर ब्लॉक में फर्जी नियुक्ति पत्र जमा करके शिक्षक बनने वाले आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक ने केस दर्ज कराने का आदेश दिया है। त्रिलोकपुर थाने में तहरीर भेजी गई है। इस मामले में बीईओ को हटाया जा रहा है, जबकि उनके खिलाफ निदेशक बेसिक शिक्षा को पत्र लिखकर निलंबन की प्रक्रिया शुरू की गई है।
देवेंद्र कुमार पांडेय, बीएसए