उत्तर प्रदेश विधानसभा में बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े मुद्दों पर उस समय तीखी बहस और हंगामा देखने को मिला, जब बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने वर्ष 2017 से पहले शिक्षक ट्रांसफर में दलाली होने का आरोप लगाया। मंत्री के इस बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने कड़ा विरोध दर्ज कराया।
🔴 सपा का विरोध, नेता प्रतिपक्ष का सवाल
नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडेय ने मंत्री के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि
जब भी सरकार से कोई सवाल पूछा जाता है, तो जवाब में पुरानी सरकारों पर आरोप लगाए जाते हैं।
यदि ट्रांसफर में दलाली हुई है, तो उसकी जांच रिपोर्ट और ठोस सबूत सदन में पेश किए जाएं।
⚖️ विधानसभा अध्यक्ष का सख्त निर्देश
सपा सदस्यों के विरोध के बीच
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संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने सरकार का बचाव करने की कोशिश की
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वहीं विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बेहद महत्वपूर्ण टिप्पणी करते हुए कहा—
👉 अब सदन में किसी भी प्रकार का आरोप लगाने से पहले शपथ पत्र देना होगा
इस टिप्पणी को सदन की कार्यवाही में ऐतिहासिक और अनुशासनात्मक कदम माना जा रहा है।
🧑🏫 ट्रांसफर व्यवस्था पर मंत्री का पक्ष
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा—
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वर्तमान सरकार में तबादलों की व्यवस्था पूरी तरह ऑनलाइन है
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ट्रांसफर को लेकर कोई शिकायत नहीं है
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पूर्व सरकारों में पैसा देने के बाद भी
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मनचाही तैनाती नहीं मिलती थी
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पैसा वापस मिलने की भी गारंटी नहीं होती थी
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🏫 स्कूल मर्जर और छात्र संख्या पर बयान
विद्यालय मर्जर को लेकर लगे आरोपों को खारिज करते हुए मंत्री ने कहा—
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किसी भी विद्यालय को बंद नहीं किया गया है
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जिन स्कूलों के बच्चों को पास के विद्यालयों में शिफ्ट किया गया
वहाँ प्री-प्राइमरी के लिए ‘बाल वाटिका’ बनाई गई है
हालांकि मंत्री ने यह भी स्वीकार किया कि
➡️ परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की संख्या नहीं बढ़ी है।
🪑 ऑपरेशन कायाकल्प से सुधार का दावा
सपा सदस्य समरपाल सिंह के सवाल पर मंत्री ने बताया—
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नई शिक्षा नीति के तहत
मातृभाषा और क्षेत्रीय भाषा में शिक्षा पर जोर -
अंग्रेजी विषय के रूप में पढ़ाई जाती है
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ऑपरेशन कायाकल्प के तहत
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अब तक 65% स्कूलों में फर्नीचर उपलब्ध
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शेष स्कूलों में भी जल्द व्यवस्था की जाएगी
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📚 शिक्षक भर्ती पर सरकार का रुख
शिक्षक भर्ती को लेकर मंत्री ने बताया—
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भाजपा सरकार में
👉 1.26 लाख से अधिक सहायक अध्यापकों की भर्ती -
69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में
👉 सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन किया जाएगा -
अन्य भर्तियों की प्रक्रिया भी जारी है
📌 निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश विधानसभा में शिक्षक ट्रांसफर, भर्ती और शिक्षा व्यवस्था को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखा टकराव देखने को मिला।
विधानसभा अध्यक्ष के सख्त रुख के बाद अब यह उम्मीद की जा रही है कि
➡️ सदन में आरोपों के साथ जवाबदेही और प्रमाण भी सामने आएंगे।