यदि ओल्ड ऐड पर सर्विस रूल फॉलो करने को कहा जाय तो एक ही विकल्प है..............Mission 72825

एकेडमिक टीम हाईकोर्ट डबल बेंच में पार्टी नही थी । ओल्ड ऐड सर्विस रूल के कारण ही सिंगल बेंच में रद्द हुआ था , डबल बेंच ने भी सेर्विसरूल फॉलो करके भर्ती करने को कहा था !यदि ओल्ड ऐड पर सर्विस रूल फॉलो करने को कहा जाय तो एक ही विकल्प है- ऐड रद्द क्योंकि इसके तमाम कारण है -

१- विज्ञापन सचिव ने निकाला ,जबकि भर्ती जनपद संवर्ग की है
२- मैथ्स -साइंस /महिला पुरुष वर्गीकरण ।
३- शिक्षा मित्रो के १०% कोटे में कोई वर्गीकरण नहीँ , एक ही विज्ञापन में दो तरह के मानक ? , एक बड़ी विसंगति ।
४- केंद्रीय अधिसूचना /ncte /१९८१ नियमावली का उल्लंघन ।
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माननीय न्यायमूर्ति श्री HL दत्तू ने मात्र बच्चों के अधिकारों का उलंघन न हो इसके लिए हाई कोर्ट के आदेश पर अंतरिम राहत दी , और अंतरिम बदलते देर नही लगती
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रंगे सियार जो अचयनित है -- और -- याची राहत के लिये ईंट से ईंट बजा रहे है लेकिन टेट मेरिट मतलब ओल्ड ऐड पर ।
जबकि इनको यह नही पता या संज्ञान में नही या मन्द बुद्धि की सरकारी अधिकारी ने तदर्थ नियुक्ति को 72825 के अतरिक्त अर्थात 72825 + 1100 का दर्ज़ा दिया मतलब 72825 का आंकड़ा टूट चूका है या सरकार ने ही तोड़ दिया लेकिन सिमित संख्या के लिये ना की जन सैलाब के लिये ।
निहितार्थ स्पष्ट है की दो आदेश - नवीन याचियों के लिये ( २४ फ़रवरी/२४ अगस्त )
सरकारी सहमति के आभाव में धुल फांक रहे है क्योंकि कोई समुचित विज्ञापन प्रणाली नही है ।
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सयुंक्त मोर्चा बनाने से कुछ नही होगा , केवल चन्दा हज़म करने पर आम राय बन सकती है बस ,
करना है तो टेट मेरिट मोह त्यागो - टेट मेरिट से जिनका होना था होगया ।
अब किसी का नही होगा - अब एक विकल्प -
सयुंक्त रूप से न्यू ऐड के लिये कोशिस करो ।
अन्यथा की हालत में एक दुसरे पर कीचड़ उछालते रहे - जिनका हो गया वो आप की तरफ मुड़ के देखने को तैयार नही ----
जो लोग न्यू ऐड / एकेडमिक टीम का विरोध करते हुए याची राहत के ख्वाब देख रहे है वो थूक के चाट रहे हैं
आज भी 1100 तदर्थ याची राहत में केवल 862 याचियों ( जो टेट मेरिट के विरोध में थे ) उनको ही नियुक्ति मिली है ।।।
1100 के अवशेस 200 के लगभग प्रतिवादी आज भी मजीरा बजा रहे हैं ।
क्योंकि याची व्ही जिसने टेट मेरिट का विरोध किआ और 20 नवम्बर 2013 को भूसण के उलटे पुलटे आदेश से पीड़ित हुआ ।
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आज भी मात्र और केवल एक मात्र एकेडमिक टीम फाइनल ऑर्डर के लिये गम्भीर है और तमाम विरोध के बाद भी न्यू ऐड की बहाली हेतु कोशिस कर रही ।
क्योंकि एकेडमिक टीम जानती है की - कोशिस करने वालो की हार नही होती
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