कानून बनाकर समायोजन बहाली की मांग पर अड़े शिक्षामित्र

बाराबंकी : कानून बनाकर सहायक अध्यापक पद पर समायोजन बहाली की मांग को लेकर शिक्षामित्रों ने एक बार फिर आंदोलन छेड़ दिया है। बुधवार को प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के बैनर तले शिक्षामित्रों ने नगर के निकट बड़ेल स्थित शांति पैलेस में सुबह 10 बजे से दो बजे तक धरना दिया।
इसके बाद सड़क पर प्रदर्शन किया। बड़ेल में सांसद प्रियंका ¨सह रावत का घेराव कर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की।
सांसद ने शिक्षामित्रों को भरोसा दिलाया कि प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों का स्थाई समाधान निकालने की कोशिश में जुटी है। सांसद ने कहा कि उन्हें पहले जो ज्ञापन दिया गया था उसके परिपेक्ष्य में मुख्यमंत्री से भी बात की थी। मुख्यमंत्री शिक्षामित्रों की सम्मानजनक बहाली के प्रति ¨चतित हैं। सांसद आश्वासन देकर चलीं तो शिक्षामित्रों ने सतरिख नाका व लखपेड़ाबाग चौराहा पर 10-10 मिनट तक लखनऊ-फैजाबाद मार्ग जाम किया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
सरकार कर रही वादाखिलाफी : प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष विनोद वर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार वादाखिलाफी कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आश्वासन दिया था कि शिक्षामित्रों की जिम्मेदारी हमारी है। विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में भी शिक्षामित्रों का स्थाई समाधान करने की बात लिखी मगर सुप्रीम कोर्ट में मदद नहीं की। जिसके कारण समायोजन रद्द हो गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 15 दिन में स्थाई समाधान का आश्वासन दिया मगर अभी तक कुछ नहीं हुआ। प्रदेश व केंद्र सरकार कानून में संशोधन कर सहायक अध्यापक पद पर बहाली जब तक नहीं करेगी आंदोलन जारी रहेगा।

प्रदर्शन में वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल शर्मा, कोषाध्यक्ष संजय शर्मा, रामशंकर राठौर, अमरेंद्र प्रताप ¨सह, बजरंग रावत, दीपम वर्मा, गायत्री वर्मा, लक्ष्मी देवी, शशि पांडेय, नीलम वर्मा, सुशीला वर्मा, सीमा देवी, सविता शर्मा, राम प्रताप, रवीेंद्र नाथ तिवारी आदि मौजूद रहे।
sponsored links:
ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines