हक के लिए सत्याग्रह करेंगे शिक्षामित्र : पुन: एक जुट होकर सरकार पर दबाव बनाए जाने का कहा

बलरामपुर : मुख्यमंत्री के आश्वासन दिए जाने के बाद भी कोई हल न निकलने से आहत शिक्षामित्रों ने सत्याग्रह आंदोलन चलाने की तैयारी शुरू कर दी है।
उतरौला के प्राथमिक विद्यालय परिसर बरमभारी में बैठक आयोजित कर इस आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। इसमें शिक्षामित्रों ने पुन: एक जुट होकर सरकार पर दबाव बनाए जाने का कहा।
संयुक्त संघर्ष मोर्चा के जिला महामंत्री नानबाबू शर्मा ने कहाकि 17 अगस्त से 19 अगस्त तक जिला मुख्यालय पर शांतिपूर्ण ढंग से सत्याग्रह आंदोलन किया जाएगा। मांगें न मानें जाने पर 21 अगस्त से लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में अनिश्चित कालीन सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया जाएगा। मुस्तफा रजा खां ने कहाकि सरकार न्यायालय द्वारा दिए गए निर्णय के लिए विशेष अध्यादेश पारित करना चाहिए। ऐसा होने तक समायोजित शिक्षामित्रों को समान कार्य के लिए समान वेतन देते हुए अन्य सुविधाएं भी मिलती रहनी चाहिए। कहा कि सरकार शिक्षा सहायक जैसे पद सृजित कर एक लाख 72 हजार शिक्षामित्रों को समायोजित कर सकती है। ब्लॉक अध्यक्ष मुन्नाबाबू ने कहा कि सभी साथी तिरंगे झंडे के साथ सत्याग्रह स्थल पर पहुंचाना सुनिश्चित करें। गैंड़ास बुजुर्ग के प्राथमिक विद्यालय अमहवा में ब्लॉक अध्यक्ष राजेश दूबे की अध्यक्षता में तैयारी बैठक की गई। इसमें अर¨वद कुमार ने कहाकि भाजपा सरकार ने अपने संकल्प पत्र में शिक्षामित्रों की समस्या का तीन माह के भीतर हल करने का वादा किया था लेकिन शिक्षामित्रों की समस्याओं पर सरकार अब गंभीर नहीं है। शिक्षामित्रों की मौतों से सरकार अंजान बनी है। ऐसी स्थिति में अपना हक लेने के लिए आंदोलन ही एकमात्र विकल्प हैं। आलोक श्रीवास्तव, धर्मप्रकाश, विमलेश यादव,रामनरेश, महेश जयसवाल, फारुख अहमद,अंजनी तिवारी, अखिलेश यादव, एजाज अहमद, शारदा देवी, लक्ष्मी निवास, यशोदा, राजकिशोर, रामभवन, अंगद आदि लोग मौजूद रहे।
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