बेसिक शिक्षा विभाग के आला अफसरों ने 72825 वर्ग के प्रशिक्षु शिक्षकों की
नियुक्तियों में अनियमितता कर सरकार को जबदरस्त चूना लगाया। इस बात का
खुलासा तब हुआ जब कुछ ब्लाक के टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों ने
नियुक्तियों में वरिष्ठता क्रम पर आपत्ति जताई।
कई शिक्षकों की चार दिन के अवकाश के बाद भी ज्वाइनिंग दी गई। वहीं वरिष्ठता क्रम बढ़ने के साथ राजकोष पर बेजा व्यय भार पड़ा। नियमविरुद्ध नियुक्तियों में 12 बीइओ ने अच्छी-खासी जेब गर्म की।
72825 टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों की मौलिक नियुक्ति का आगाज 14 नवंबर बाल दिवस को किया गया। उस दिन प्रशिक्षु शिक्षकों की सहुलियत के लिए बीएसए राकेश कुमार ने समस्त बीइओ को जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय बुलवा लिया था। समस्त बीइओ 14 नवंबर को देर रात तक नियुक्ति पत्रों पर बीएसए से अधिकृत होकर हस्ताक्षर करते रहे। जाहिर है सभी बीइओ जिला कार्यालय पर मौजूद होने से कोई भी बीइओ अपने संबंधित कार्यालय पर उपस्थित नहीं था। उस दिन चाचा नेहरु की जयंती की वजह से जब तक नियुक्ति पत्र मिले विद्यालय बंद हो चुके थे। इसके बाद 15 नवंबर को रविवार, 16 व 17 को ऊदाबाई दिवस आदि की शासकीय अवकाश थे। ऐसे में शिक्षकों की ज्वानिंग चार दिन अटक जाती। वहीं चार दिन के वेतन लाभ से शिक्षक वंचित हो जाते। इसलिए प्रशिक्षु शिक्षकों ने उसी दिन नियुक्ति पाने के लिए बीइओ की जेब गर्म करने का रास्ता निकाल लिया। मगर इससे शासन को पूरे 70 लाख का चूना लग गया। 1इससे ब्लाक भावलखेड़ा को छोड़कर 15 ब्लाक के प्रशिक्षु शिक्षक व बीइओ की तो बल्ले-बल्ले हो गई, मगर सरकार को बेवजह 70 लाख का घाटा हो गया। असलियत तब सामने आई जब ब्लाक भावलखेड़ा, खुटार, जैतीपुर, मिर्जापुर के बीइओ ने बैक डेट में ज्वानिंग करने से साफ इंकार कर दिया। श्री मुन्नालाल का कहना है कि जब मैं उस दिन जिला कार्यालय पर मौजूद थे,तो ज्वानिंग 14 नवंबर को कैसे कर सकते हैं। इन ब्लाक पर किसी भी शिक्षक को 14 नवंबर में ज्वानिंग नहीं दी गई है। सभी शिक्षकों को ज्वानिंग अवकाश बाद 18 नवंबर को ही दी गई है। जिले में चौदह नवंबर को 1750 शिक्षकों को तैनाती दी गयी है। बता दें कि बीएसए राकेश कुमार कई दिन से शासकीय प्रशिक्षण पर गए हुए हैं। उनसे संपर्क करने पर फोन नॉट रिचेबल जा रहा है। वहीं कई बीइओ ने फोन उठाने की जहमत नहीं समझी।
मौलिक नियुक्ति की यह है वैधानिक प्रक्रिया : नियुक्ति प्रक्रिया के तहत नियुक्ति प्रपत्र पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हस्ताक्षर करता है। जिसको लेकर प्रत्येक प्रशिक्षु शिक्षक को संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय लेकर जाना होता है। बीईओ प्रत्येक शिक्षक के संलग्न प्रमाणपत्रों का निरीक्षण कर मौलिक नियुक्ति पत्र पर ज्वानिंग संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य को निर्देशित करता है। तब वह अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र लेकर उस विद्यालय में प्रधानाचार्य से उपस्थित होकर ज्वानिंग लेता है। प्रधानाचार्य बकायदा शिक्षक की ज्वानिंग की तिथि अंकित करता है।
कैसे हुआ खेल1यदि मान लो उस दिन किसी शिक्षक को 12 बजे दोपहर नियुक्ति पत्र मिला तो वह ब्लाक बंडा, पुवायां, कटरा-खुदागंज, कलान जैसे आवागमन से महरूम इलाकों में स्कूल बंद होने से पहले समस्त प्रक्रिया करवाकर विद्यालय पहुंच कर ज्वानिंग कर ही नहीं सकता। चार दिन से वरिष्ठता क्रम में पीछे रह गए चार ब्लाक के कई मौलिक नियुक्ति वाले शिक्षक नेताओं ने बताया कि उस दिन प्रत्येक टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों ने 14 नवंबर को ज्वानिंग कराने के लिए तीन हजार धनराशि वसूली गई थी।उन्होंने तो अपने ब्लाक खुटार में किसी की भी ज्वानिंग 14 नवंबर को नहीं की। सभी की ज्वानिंग 18 नवंबर की ही है। अन्य बीइओ ने ऐसा कदम उठाया है तो, उसकी जांच की जाएगी। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।-प्रभारी बीएसए व बीइओ खुटार राजेश चतुर्वेदी।
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती गन्दे काम -->> Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
नियुक्तियों में वरिष्ठता क्रम पर आपत्ति जताई।
कई शिक्षकों की चार दिन के अवकाश के बाद भी ज्वाइनिंग दी गई। वहीं वरिष्ठता क्रम बढ़ने के साथ राजकोष पर बेजा व्यय भार पड़ा। नियमविरुद्ध नियुक्तियों में 12 बीइओ ने अच्छी-खासी जेब गर्म की।
72825 टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों की मौलिक नियुक्ति का आगाज 14 नवंबर बाल दिवस को किया गया। उस दिन प्रशिक्षु शिक्षकों की सहुलियत के लिए बीएसए राकेश कुमार ने समस्त बीइओ को जिला बेसिक शिक्षा कार्यालय बुलवा लिया था। समस्त बीइओ 14 नवंबर को देर रात तक नियुक्ति पत्रों पर बीएसए से अधिकृत होकर हस्ताक्षर करते रहे। जाहिर है सभी बीइओ जिला कार्यालय पर मौजूद होने से कोई भी बीइओ अपने संबंधित कार्यालय पर उपस्थित नहीं था। उस दिन चाचा नेहरु की जयंती की वजह से जब तक नियुक्ति पत्र मिले विद्यालय बंद हो चुके थे। इसके बाद 15 नवंबर को रविवार, 16 व 17 को ऊदाबाई दिवस आदि की शासकीय अवकाश थे। ऐसे में शिक्षकों की ज्वानिंग चार दिन अटक जाती। वहीं चार दिन के वेतन लाभ से शिक्षक वंचित हो जाते। इसलिए प्रशिक्षु शिक्षकों ने उसी दिन नियुक्ति पाने के लिए बीइओ की जेब गर्म करने का रास्ता निकाल लिया। मगर इससे शासन को पूरे 70 लाख का चूना लग गया। 1इससे ब्लाक भावलखेड़ा को छोड़कर 15 ब्लाक के प्रशिक्षु शिक्षक व बीइओ की तो बल्ले-बल्ले हो गई, मगर सरकार को बेवजह 70 लाख का घाटा हो गया। असलियत तब सामने आई जब ब्लाक भावलखेड़ा, खुटार, जैतीपुर, मिर्जापुर के बीइओ ने बैक डेट में ज्वानिंग करने से साफ इंकार कर दिया। श्री मुन्नालाल का कहना है कि जब मैं उस दिन जिला कार्यालय पर मौजूद थे,तो ज्वानिंग 14 नवंबर को कैसे कर सकते हैं। इन ब्लाक पर किसी भी शिक्षक को 14 नवंबर में ज्वानिंग नहीं दी गई है। सभी शिक्षकों को ज्वानिंग अवकाश बाद 18 नवंबर को ही दी गई है। जिले में चौदह नवंबर को 1750 शिक्षकों को तैनाती दी गयी है। बता दें कि बीएसए राकेश कुमार कई दिन से शासकीय प्रशिक्षण पर गए हुए हैं। उनसे संपर्क करने पर फोन नॉट रिचेबल जा रहा है। वहीं कई बीइओ ने फोन उठाने की जहमत नहीं समझी।
मौलिक नियुक्ति की यह है वैधानिक प्रक्रिया : नियुक्ति प्रक्रिया के तहत नियुक्ति प्रपत्र पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी हस्ताक्षर करता है। जिसको लेकर प्रत्येक प्रशिक्षु शिक्षक को संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय लेकर जाना होता है। बीईओ प्रत्येक शिक्षक के संलग्न प्रमाणपत्रों का निरीक्षण कर मौलिक नियुक्ति पत्र पर ज्वानिंग संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य को निर्देशित करता है। तब वह अभ्यर्थी नियुक्ति पत्र लेकर उस विद्यालय में प्रधानाचार्य से उपस्थित होकर ज्वानिंग लेता है। प्रधानाचार्य बकायदा शिक्षक की ज्वानिंग की तिथि अंकित करता है।
कैसे हुआ खेल1यदि मान लो उस दिन किसी शिक्षक को 12 बजे दोपहर नियुक्ति पत्र मिला तो वह ब्लाक बंडा, पुवायां, कटरा-खुदागंज, कलान जैसे आवागमन से महरूम इलाकों में स्कूल बंद होने से पहले समस्त प्रक्रिया करवाकर विद्यालय पहुंच कर ज्वानिंग कर ही नहीं सकता। चार दिन से वरिष्ठता क्रम में पीछे रह गए चार ब्लाक के कई मौलिक नियुक्ति वाले शिक्षक नेताओं ने बताया कि उस दिन प्रत्येक टीईटी प्रशिक्षु शिक्षकों ने 14 नवंबर को ज्वानिंग कराने के लिए तीन हजार धनराशि वसूली गई थी।उन्होंने तो अपने ब्लाक खुटार में किसी की भी ज्वानिंग 14 नवंबर को नहीं की। सभी की ज्वानिंग 18 नवंबर की ही है। अन्य बीइओ ने ऐसा कदम उठाया है तो, उसकी जांच की जाएगी। दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।-प्रभारी बीएसए व बीइओ खुटार राजेश चतुर्वेदी।
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