मिर्जापुर। जमालपुर ब्लॉक में बिना स्कूल गए ही वेतन लेने वाली शिक्षिकाओं का खुलासा होने से हड़कंप मच गया है। एक शिक्षिका 10 वर्ष से स्कूल नहीं गई, लेकिन तनख्वाह हर महीने उठा रही है। वहीं दो अन्य शिक्षिकाओं ने तीन वर्ष से कभी स्कूल का मुंह नहीं देखा।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के निर्देश पर तीनों के खिलाफ जांच शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव में निर्देश पर कार्मिक अधिकारी व सीडीओ श्रीलक्ष्मी बीएस ने सहायक अध्यापिका मीनू सिंह, अध्यापिका अनामिका चौरसिया और प्रधानाध्यापिका राधा चुनाव में ड्यूटी में भी गायब रहीं। इनको नोटिस देने पर इसका खुलासा हुआ। इस मामले को अधिकारियों ने संज्ञान में लिया। बताया कि नोटिस का जवाब मिलने के बाद कार्रवाई होगी।
कोई दस तो कोई तीन साल से अनुपस्थित
जमालपुर ब्लाक के लोहराजपुर प्राथमिक विद्यालय पर मीनू सिंह की तैनाती सहायक अध्यापिका के पद पर हुई थी। मीनू सिंह सितंबर 2012 से स्कूल में कभी पढ़ाने ही नहीं गई। बताया जा रहा है कि अवकाश के लिए भी मीनू सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से कोई अनुमति नहीं ली। सभी पर कार्रवाई होना तय है।
56 शिक्षिकाओं को नोटिस ने तीनों जारी किया है। उनसे जवाब मिलते ही सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाएगी। साथ ही तत्कालीन एबीएसए से भी इस संबंध में जवाब मांगा गया है। श्रीलक्ष्मी वीएस, सीडीओ, मिर्जापुर