आज सुनवाई न होने पर शिक्षा मित्रों का खुश होना तो समझ आता है लेकिन बीएड
धारियों का खुश होना इस ओर साफ़ इशारा करता है कि चोर चोर मौसेरे भाई।
बीटीसी वालों आप अपने आप को मजबूत कीजिए,
कठिनाइयों का मतलब यह नहीं हो गया कि आप हार मान कर हथियार डाल दें।
हम आखिरी दम तक लड़ेंगे। बीएड याची नियुक्ति का ख्वाब देख रहे हैं और साफ़ कह रहे हैं कि बीटीसी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। इनको इनकी सही जगह याद दिलाने के लिए हमें संगठित होना पड़ेगा, इनको याद दिलाना होगा कि जंगल में शेर की अनुपस्थिति में भेड़िये कुछ समय तक तो राज कर सकते हैं लेकिन शेर के आने के बाद उनको पूँछ दबा के निकलना ही पड़ता है, चाहें उनकी संख्या कितनी ही क्यों न हो। 9 मई को इनका हिसाब करेंगे, नकारात्मकता से बचें और ईश्वर का नाम लेकर 9 मई की तैयारी करें।
बार बार मिलती असफलताओं से घबराने के स्थान पर अपने आप को इतना मजबूत करना चाहिए कि सफलता आपके कदम चूमने को मजबूर हो जाए और असफलता आपके पास आने से घबराए। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार व अन्य पक्षों द्वारा दिखाई जा रही बहानेबाजी व सुनवाई को लेकर असमर्थता के कारण अदालत को मजबूरन वह ही पुरानी तारीख करनी पड़ी। न तो सरकार, न बीएड और न ही शिक्षा मित्र आज सुनवाई को तैयार थे, पूर्ण तैयारी न होने के कारण अदालत को मजबूरन मुद्दा अड्जॉर्न करना पड़ा। अब सुनवाई उन्ही तारीखों पर होगी। बीएड केस 9 मई व शिक्षा मित्र केस 11 जुलाई को सुना जाएगा। बीटीसी टीम ने भरपूर प्रयास किया लेकिन अकेले हम सुनवाई नहीं करा सकते जब तक अन्य पक्ष साथ न दें। धैर्य रखें, ईश्वर के घर देर है अंधेर नहीं।
Sponsored links :
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
कठिनाइयों का मतलब यह नहीं हो गया कि आप हार मान कर हथियार डाल दें।
हम आखिरी दम तक लड़ेंगे। बीएड याची नियुक्ति का ख्वाब देख रहे हैं और साफ़ कह रहे हैं कि बीटीसी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते। इनको इनकी सही जगह याद दिलाने के लिए हमें संगठित होना पड़ेगा, इनको याद दिलाना होगा कि जंगल में शेर की अनुपस्थिति में भेड़िये कुछ समय तक तो राज कर सकते हैं लेकिन शेर के आने के बाद उनको पूँछ दबा के निकलना ही पड़ता है, चाहें उनकी संख्या कितनी ही क्यों न हो। 9 मई को इनका हिसाब करेंगे, नकारात्मकता से बचें और ईश्वर का नाम लेकर 9 मई की तैयारी करें।
बार बार मिलती असफलताओं से घबराने के स्थान पर अपने आप को इतना मजबूत करना चाहिए कि सफलता आपके कदम चूमने को मजबूर हो जाए और असफलता आपके पास आने से घबराए। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकार व अन्य पक्षों द्वारा दिखाई जा रही बहानेबाजी व सुनवाई को लेकर असमर्थता के कारण अदालत को मजबूरन वह ही पुरानी तारीख करनी पड़ी। न तो सरकार, न बीएड और न ही शिक्षा मित्र आज सुनवाई को तैयार थे, पूर्ण तैयारी न होने के कारण अदालत को मजबूरन मुद्दा अड्जॉर्न करना पड़ा। अब सुनवाई उन्ही तारीखों पर होगी। बीएड केस 9 मई व शिक्षा मित्र केस 11 जुलाई को सुना जाएगा। बीटीसी टीम ने भरपूर प्रयास किया लेकिन अकेले हम सुनवाई नहीं करा सकते जब तक अन्य पक्ष साथ न दें। धैर्य रखें, ईश्वर के घर देर है अंधेर नहीं।
Sponsored links :
ताज़ा खबरें - प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Breaking News: सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC