ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में करेंट एकेडमिक
सेशन 2015- 16 की वार्षिक परीक्षाओं का रिजल्ट फंस गया है। इससे हजारों
छात्रों का इंतजार भी बढ़ गया है।
ये रिजल्ट बीए एवं बीएससी की परीक्षाओं के हैं। रिजल्ट न आउट हो पाने की वजह और कोई नहीं बल्कि गुरुजी ही हैं। जिनमें कांपियों के मूल्यांकन को लेकर दिलचस्पी नजर नहीं आ रही। इससे परीक्षा विभाग को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गौरतलब है कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन मार्च- अप्रैल के महिने में किया गया। ये परीक्षाएं बीए, बीएससी एवं बीकाम की थीं। जिनमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षाएं शामिल हैं। इन सभी परीक्षाओं का परिणाम 30 जून तक आ जाना चाहिए। लेकिन करेंट में जो हालात हैं। उससे नहीं लगता कि निर्धारित तिथि पर सभी परीक्षाओं का परिणाम निकल पाएगा। माना जा रहा है कि जुलाई के प्रथम सप्ताह तक ही सारे परिणाम आ पाएंगे।
चार जून को आया था बीकाम का रिजल्ट
इसके पीछे के जो कारण बताए जा रहे हैं। वह चौकाने वाले हैं। दरअसल, करेंट में एयू में गर्मी की छुट्टी चल रही है। ऐसे में अधिकांश शिक्षक छुट्टियां मनाने बाहर चले गए हैं। जिससे कापियों का मूल्यांकन होने में देरी हुई है। ये सभी कापियां आर्ट और साइंस विषय की हैं। बता दें कि यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग ने चार जून को बीकॉम प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष का परिणाम एक साथ निकाल दिया था। यह इसलिए संभव हो सका। क्योंकि बीकाम में परीक्षार्थियों की संख्या कम थी।
रिमाइंडर पर रिमाइंडर, सुनवाई नहीं
वहीं बीए एवं बीएससी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष का परिणाम अभी भी पेंडिंग है। परीक्षा विभाग की ओर से हेड ऑफ डिपार्टमेंट्स को रिमाइंडर पर रिमाइंड भेजा जा रहा है। फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। इससे परीक्षा विभाग भी हैरान है। परीक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि कई विभागों की कापियां अभी जंच कर नहीं आ सकी हैं। इनके जंच कर आने के बाद ही परिणाम जारी हो सकेगा। फिलहाल तो एक सप्ताह के बाद ही इसके कुछ आसार बन सकेंगे। लास्ट इयर भी वार्षिक परीक्षाओं का परिणाम आने में देरी हुई थी।
बैक व इम्प्रुवमेंट वाले झेलेंगे
परीक्षा परिणाम में देरी का सबसे ज्यादा नुकसान बैक पेपर देने वालों को होगा। क्योंकि परिणाम आने के बाद ही पता चल सकेगा कि कितनों को बैक एग्जाम में शामिल होना है। इसमें इम्प्रुवमेंट वाले भी शामिल होंगे। बता दें कि बैक वालों के लिए अलग से फार्म निकाले जाते हैं। इसके बाद परीक्षा की तिथि घोषित करके परीक्षा की तैयारियों को भी अमली जामा पहनाना होता है। इसमें जितना वक्त लगेगा, उतनी ज्यादा परेशानी परीक्षार्थियों को होगी। क्योंकि बैक और इम्प्रुवमेंट एग्जाम को क्वालीफाई करने वाले अगली कक्षा में दाखिला लेकर पढ़ाई करेंगे। इसके बाद उन्हें अगली कक्षा की तैयारियों के लिए भी कम वक्त मिलेगा। उधर, परीक्षा विभाग की ओर से जारी की गई सूचना में कहा गया है कि बीकाम प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष वालों की अंकतालिका जारी कर दी गई है। छात्र अपनी अंकतालिका संबंधित इकाई से प्राप्त कर सकते हैं।
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ये रिजल्ट बीए एवं बीएससी की परीक्षाओं के हैं। रिजल्ट न आउट हो पाने की वजह और कोई नहीं बल्कि गुरुजी ही हैं। जिनमें कांपियों के मूल्यांकन को लेकर दिलचस्पी नजर नहीं आ रही। इससे परीक्षा विभाग को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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गौरतलब है कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में वार्षिक परीक्षाओं का आयोजन मार्च- अप्रैल के महिने में किया गया। ये परीक्षाएं बीए, बीएससी एवं बीकाम की थीं। जिनमें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष की परीक्षाएं शामिल हैं। इन सभी परीक्षाओं का परिणाम 30 जून तक आ जाना चाहिए। लेकिन करेंट में जो हालात हैं। उससे नहीं लगता कि निर्धारित तिथि पर सभी परीक्षाओं का परिणाम निकल पाएगा। माना जा रहा है कि जुलाई के प्रथम सप्ताह तक ही सारे परिणाम आ पाएंगे।
चार जून को आया था बीकाम का रिजल्ट
इसके पीछे के जो कारण बताए जा रहे हैं। वह चौकाने वाले हैं। दरअसल, करेंट में एयू में गर्मी की छुट्टी चल रही है। ऐसे में अधिकांश शिक्षक छुट्टियां मनाने बाहर चले गए हैं। जिससे कापियों का मूल्यांकन होने में देरी हुई है। ये सभी कापियां आर्ट और साइंस विषय की हैं। बता दें कि यूनिवर्सिटी के परीक्षा विभाग ने चार जून को बीकॉम प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष का परिणाम एक साथ निकाल दिया था। यह इसलिए संभव हो सका। क्योंकि बीकाम में परीक्षार्थियों की संख्या कम थी।
रिमाइंडर पर रिमाइंडर, सुनवाई नहीं
वहीं बीए एवं बीएससी प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष का परिणाम अभी भी पेंडिंग है। परीक्षा विभाग की ओर से हेड ऑफ डिपार्टमेंट्स को रिमाइंडर पर रिमाइंड भेजा जा रहा है। फिर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। इससे परीक्षा विभाग भी हैरान है। परीक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि कई विभागों की कापियां अभी जंच कर नहीं आ सकी हैं। इनके जंच कर आने के बाद ही परिणाम जारी हो सकेगा। फिलहाल तो एक सप्ताह के बाद ही इसके कुछ आसार बन सकेंगे। लास्ट इयर भी वार्षिक परीक्षाओं का परिणाम आने में देरी हुई थी।
बैक व इम्प्रुवमेंट वाले झेलेंगे
परीक्षा परिणाम में देरी का सबसे ज्यादा नुकसान बैक पेपर देने वालों को होगा। क्योंकि परिणाम आने के बाद ही पता चल सकेगा कि कितनों को बैक एग्जाम में शामिल होना है। इसमें इम्प्रुवमेंट वाले भी शामिल होंगे। बता दें कि बैक वालों के लिए अलग से फार्म निकाले जाते हैं। इसके बाद परीक्षा की तिथि घोषित करके परीक्षा की तैयारियों को भी अमली जामा पहनाना होता है। इसमें जितना वक्त लगेगा, उतनी ज्यादा परेशानी परीक्षार्थियों को होगी। क्योंकि बैक और इम्प्रुवमेंट एग्जाम को क्वालीफाई करने वाले अगली कक्षा में दाखिला लेकर पढ़ाई करेंगे। इसके बाद उन्हें अगली कक्षा की तैयारियों के लिए भी कम वक्त मिलेगा। उधर, परीक्षा विभाग की ओर से जारी की गई सूचना में कहा गया है कि बीकाम प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय वर्ष वालों की अंकतालिका जारी कर दी गई है। छात्र अपनी अंकतालिका संबंधित इकाई से प्राप्त कर सकते हैं।
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