बीएसए दफ्तर को बनाया भूख हड़ताल का अड्डा

 संवाद सहयोगी, हाथरस : इन दिनों बीएसए कार्यालय को शिक्षक राजनीति और हड़ताल का स्थल बना लिया गया है। जिस कारण बीएसए और उनके अधीनस्थ कामकाज तक नहीं कर पा रहे हैं।
स्कूल खुलने वाले हैं, लेकिन जानबूझकर अधिकारियों को हड़ताल आदि में घेरा जा रहा है। अब जनता जूनियर हाईस्कूल के प्रबंधक अपनी मांगों को मनवाने के लिए सोमवार देर शाम से कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गए।
विगत दिनों अपनी प्राथमिक विद्यालय गढ़ी जैनी के रिटायर्ड शिक्षक बीएसए कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। जिस कारण कामकाज प्रभावित रहा तो वही अधिकारी भी तनाव में रहे। स्वास्थ्य खराब न हो जाए इसलिए पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद रिटायर्ड शिक्षक को वहां से हटाया गया था। बताते चलें कि जब से बीएसए देवेंद्र गुप्ता तबादला होकर यहां से गए हैं। लगातार बीएसए कार्यालय की दिक्कतें बढ़ती जा रही है। शिक्षक नेता जहां राजनीति करने में व्यस्त हैं, तो वहीं बीएसए को अपने पक्ष में लेने के लिए एक दूसरे पर कीचड़ उछालने लग गए हैं। जिस कारण अधिकारी अपना कार्य नहीं कर पा रहे। वहीं, एक शिक्षक संघ के इशारे पर यहां हड़ताल आदि हो रही है। लगता है शिक्षक संघ बीएसए और उनके अधीनस्थों को दबाव में लेना चाह रहे हैं। सोमवार शाम से जनता जूनियर हाईस्कूल के प्रबंधक मुहर ¨सह अपनी मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय पर भूख हड़ताल पर बैठ गए। प्रबंधक चाहते हैं कि विद्यालय के खाते में उनका नाम जुड़ जाए और नियुक्ति करायी जाए, जबकि मामला कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो उनकी मांगे गलत है। पूर्व के बीएसए प्रबंधक को महत्व नहीं देते थे। प्रबंधक के भूख हड़ताल पर बैठ जाने के बाद अब पुन: शिक्षक नेता अपनी नेतागिरी को चमकाने में लग गए हैं। आखिरकार शिक्षक नेता क्या चाहते हैं। यह अधिकारी अभी समझ नहीं सके हैं, लेकिन इतना तय है कि वे वजह हड़ताल और ज्ञापन आदि देने से विभागीय कार्य जरूर समय से नही हो पा रहा है। बीएसए रेखा सुमन की मानें तो प्रबंधक गलत तरीके से अपनी मांगों को मनवाना चाहता है। भूख हड़ताल पर बैठ जाने की जानकारी इलाका पुलिस को दे दी है।
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