काउंसिलिंग में सूची बदलने पर जताया विरोध, पदोन्नति सूची जारी होने के बाद चल रही परिषदीय स्कूलों के सहायकों की काउंसिलिंग

बेसिक स्कूलों की पदोन्नति को लेकर काउंसिलिंग में शिक्षकों ने रोस्टर की नई सूची चिपकाने का विरोध किया। उनका आरोप था कि स्कूल आवंटन में जिनका नंबर पहले आना था वह सूची बदलने से बाद में पहुंच गए।

आरोप था कि कुछ खास शिक्षकों को फायदा पहुंचाने के लिए सूची बदली गई। जबकि बीएसए कांता प्रसाद ने इन आरोपों को निराधार बताया है। प्राथमिक विद्यालय गांधी पार्क में प्राथमिक स्कूलों के सहायकों की पदोन्नति प्रधानाध्यापक व जूनियर हाईस्कूल में सहायक पद पर होनी है।
 करीब 360 शिक्षकों के तीन साल पूरे होने पर उनकी पदोन्नति के बाद स्कूलों के विकल्प मांगे गए। इसके तहत बीएसए कांता प्रसाद व कुंदरकी, बिलारी व नगर की खंड शिक्षा अधिकारियों ने पदोन्नति की सूची जारी होने के बाद महिला, पुरुष शिक्षकों से स्कूल आवंटन के लिए विकल्प मांगे गए। लेकिन कुछ शिक्षकों का आरोप था कि विद्यालय आवंटन में सूची बदल दी गई है जिससे रोस्टर में जिन शिक्षक शिक्षिकाओं का पहले नंबर आना था वह बाद में चले गए। इसको लेकर उन्होंने काउंसिलिंग रूम के बाहर जाकर विरोध करना शुरू कर दिया। बीएसए कांता प्रसाद ने स्पष्ट किया कि एससी-एसटी, ओबीसी व सामान्य जाति के शिक्षकों का रोस्टर बनाया गया है। इसमें एक वर्ग के बाद दूसरे वर्ग के शिक्षक की काउंसिलिंग कराई जा रही है, जिससे सभी वर्गो के शिक्षकों को अपने मन पसंद के विद्यालय मिलने में आसानी हो। अगर पहले किसी एक वर्ग के सभी शिक्षकों को बुलाया जाता तो दूसरे वर्ग के शिक्षक फिर भी आरोप लगाते।प्राथमिक विद्यालय में काउंसिलिंग के लिए लगी भीड़।

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