दबंगों ने बीएलओ और शिक्षकों को पीटा: आरोपियों पर उचित कार्रवाई न होने से नाराज अध्यापकों ने घेरा थाना, कार्रवाई की मांग की

सरायअकिल, चायल : सरायअकिल के बिरनेर गांव के पास शुक्रवार की दोपहर घर लौट रहे बीएलओ व दो अध्यापकों को रास्ते में घात लगाए बैठे दबंगों ने घेरकर मारा-पीटा। अध्यापक तीन दिन पहले हुई मारपीट में क्षेत्रधिकारी चायल के यहां बयान दर्ज करा कर घर लौट रहे थे।
मामले में कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित शिक्षकों ने थाने का घेराव किया। देर शाम तक पुलिस की ओर से प्रकरण को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस पर नाराज शिक्षकों ने आक्रोश जताया। साथ ही आगे की रणनीति बनाई।1 सरायअकिल के चित्तापुर गांव निवासी सियाराम सुरेसनी गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं। निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव 2017 में सियाराम को बतौर बीएलओ जिम्मेदारी सौंपी थी।1तीन दिन पहले 21 फरवरी को सूची में नाम न होने का आरोप लगाते हुए सुरसेनी गांव निवासी ज्ञानेंद्र कुमार पुत्र विजय शंकर, राजनारायण और विजय कुमार ने सियाराम के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की थी। सियाराम ने सरायअकिल थाने में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुक्रवार को इसी मामले को लेकर सीओ चायल कार्यालय में बयान के लिए उन्हें बुलाया गया था। आरोप है कि बयान देने के बाद घर लौट रहे थे। रास्ते में बिरनेर गांव के पास घात लगाए बैठे दबंगों ने सियाराम को घेर लिया और मारा-पीटा। साथ में रहे अध्यापक नितेंद्र ओर प्रेम शंकर निवासी सुरसेनी की भी पिटाई कर दी। दबंगों की इस करतूत का विरोध करने पर सभी को जान से मारने की धमकी देते हुए आरोपी फरार हो गए। घटना को लेकर पीड़ित अध्यापक सरायअकिल थाने पहुंचे और घेराव करते हुए कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई न होने पर अध्यापक थाने में ही अनशन पर बैठ गए। इसको लेकर हरकत में आई पुलिस ने पीड़ित अध्यापकों से बदसलूकी की। इससे अध्यापकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों से मामले में कार्रवाई की मांग किया है। 1एसओ चरवा ने मीडियाकर्मियों से की अभद्रता1शुक्रवार की देर शाम अध्यापकों के मामले के कवरेज करने सरायअकिल थाने पहुंचे स्थानीय पत्रकारों से एसओ चरवा ने अभद्रता की। उन्होंने पत्रकारों से थाना परिसर छोड़ कर चले जाने को कहा। इसको लेकर मीडियाकर्मियों ने नाराजगी जाहिर की है और उच्च अधिकारियों से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।सरायअकिल, चायल : सरायअकिल के बिरनेर गांव के पास शुक्रवार की दोपहर घर लौट रहे बीएलओ व दो अध्यापकों को रास्ते में घात लगाए बैठे दबंगों ने घेरकर मारा-पीटा। अध्यापक तीन दिन पहले हुई मारपीट में क्षेत्रधिकारी चायल के यहां बयान दर्ज करा कर घर लौट रहे थे। मामले में कार्रवाई नहीं होने पर पीड़ित शिक्षकों ने थाने का घेराव किया। देर शाम तक पुलिस की ओर से प्रकरण को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस पर नाराज शिक्षकों ने आक्रोश जताया। साथ ही आगे की रणनीति बनाई।1 सरायअकिल के चित्तापुर गांव निवासी सियाराम सुरेसनी गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक हैं। निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव 2017 में सियाराम को बतौर बीएलओ जिम्मेदारी सौंपी थी।1तीन दिन पहले 21 फरवरी को सूची में नाम न होने का आरोप लगाते हुए सुरसेनी गांव निवासी ज्ञानेंद्र कुमार पुत्र विजय शंकर, राजनारायण और विजय कुमार ने सियाराम के साथ अभद्रता करते हुए मारपीट की थी। सियाराम ने सरायअकिल थाने में आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुक्रवार को इसी मामले को लेकर सीओ चायल कार्यालय में बयान के लिए उन्हें बुलाया गया था। आरोप है कि बयान देने के बाद घर लौट रहे थे। रास्ते में बिरनेर गांव के पास घात लगाए बैठे दबंगों ने सियाराम को घेर लिया और मारा-पीटा। साथ में रहे अध्यापक नितेंद्र ओर प्रेम शंकर निवासी सुरसेनी की भी पिटाई कर दी। दबंगों की इस करतूत का विरोध करने पर सभी को जान से मारने की धमकी देते हुए आरोपी फरार हो गए। घटना को लेकर पीड़ित अध्यापक सरायअकिल थाने पहुंचे और घेराव करते हुए कार्रवाई की मांग की। कार्रवाई न होने पर अध्यापक थाने में ही अनशन पर बैठ गए। इसको लेकर हरकत में आई पुलिस ने पीड़ित अध्यापकों से बदसलूकी की। इससे अध्यापकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारियों से मामले में कार्रवाई की मांग किया है। 1एसओ चरवा ने मीडियाकर्मियों से की अभद्रता1शुक्रवार की देर शाम अध्यापकों के मामले के कवरेज करने सरायअकिल थाने पहुंचे स्थानीय पत्रकारों से एसओ चरवा ने अभद्रता की। उन्होंने पत्रकारों से थाना परिसर छोड़ कर चले जाने को कहा। इसको लेकर मीडियाकर्मियों ने नाराजगी जाहिर की है और उच्च अधिकारियों से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।घटना संज्ञान में आई है। इसकी जांच कराई जाएगी।
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