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क्या सही था और क्या गलत इसका निर्धारण मंगलवार शाम 4 बजे तक हो जायेगा : द्विवेदी विवेक

आज तक मैंने पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर या फिर द्वेषवश कुछ नहीं लिखा। जो भी मैंने सत्य देखा सत्य समझा लिख दिया। हो सकता है कि कभी कभार मैं भी गलत साबित हुआ होऊं परंतु जो जिम्मेदारी मैंने ली थी उसका निर्वहन का हर संभव प्रयास किया।
पिछले 5 वर्षों में कभी धूप तो कभी छाँव से हम सभी रूबरू होते रहे हैं। यही जीवन है और यही जीवन की प्रकृति है। मैं हमेशा tet मेरिट का पक्षधर रहा परंतु मैंने कपिल देव यादव पक्ष को कभी गलत नहीं समझा क्योंकि 72825 का पुराना विज्ञापन सरकार ने रद्द करके नया विज्ञापन निकाला था जिसको बचाने का प्रयास कपिल देव का हमेशा से रहा। रही बात शिक्षामित्रों के समायोजन की तो मैं शिक्षामित्रों को भी गलत नहीं मानता। समायोजन उत्तर प्रदेश सरकार ने किया था उसके सही या गलत होने का शिक्षामित्रों से कभी कोई सम्बन्ध नहीं रहा। जो भी गलतियां हुईं वो सरकार ने की। शिक्षामित्र तो मात्र अपना लाभ बचाने के प्रयास कर रहे हैं जो पूर्व में उन्हें समायोजन द्वारा प्राप्त हुआ। मेरा द्वेष 15/16 संशोधन से हुई भर्तीयों से भी नहीं है। संशोधन सही था या गलत ये अलग बात है परंतु 99000 लोग अपने चयन मात्र को बचाने के लिए प्रयासरत हैं। क्या सही था और क्या गलत इसका निर्धारण मंगलवार शाम 4 बजे तक हो जायेगा परंतु अपने पक्ष को रखने का अधिकार और अपने लिए संघर्ष का अधिकार संविधान के दायरे में रहकर हर एक व्यक्ति को है। पिछले 5 वर्षों के सफर का अंत अब निकट, नियत और अटल है। इस धर्मयुद्ध का परिणाम कुछ भी हो। समय के साथ कुछ लोग हर्षोल्लासित होंगे तो कुछ दुखी परंतु मेरा मानना है कि 72825 के धर्मयुद्ध में जीत किसी की नहीं होनी है परंतु हार अवश्य ही सत्ता की झूठी शान शौकत और हठ की होगी। सत्ता की गलत नीतियों ने लाखों बेरोजगारों को संघर्ष में झोंककर अच्छा उदाहरण प्रस्तुत नहीं किया। खैर! यही नियति है।
आप सभी साथियों से विनम्र निवेदन है कि यदि मुझसे भूलवश कोई त्रुटि हुई हो या अज्ञानतावश मैंने किसी को आहत किया हो तो मैं निश्चित ही क्षमाप्रार्थी हूँ। मैं आशा करता हूँ कि उच्चतम न्यायालय का जो भी निर्णय होगा उनको हृदय से स्वीकार कर हम सभी जीवन में आगे बढ़ेंगे। 72825 के फैसले के साथ इस यात्रा का अंत भी निश्चित है यही प्रकृति का नियम है।
जय हो शुभ हो। मानव जाति का कल्याण हो।
भविष्य की शुभकामनाओं सहित,
द्विवेदी विवेक
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