जब आपने कोर्ट में उन 839 के खिलाफ को बात ही नही की कभी यो रिव्यु कैसे maintainable होगा : मयंक तिवारी

सुप्रभात मित्रों
माननीय सर्वोच्च न्यायालय के एक 7 दिसम्बर के आदेश अनुसार थोक के भाव लोग याची बने और आइए के माध्यम से 2000 से लेकर 5100 रुपये तक वसूली हुई उसके बाद वेरिफिकेशन भी हुआ लेकिन लोगो ने मांग
मात्र इतनी की थी कि 7 दिसंबर के आदेश अनुसार हमे भी नौकरी दी जाए लेकिन किसी ने ये विरोध नही किया कि जिन लोगो को 839 में नौकरी मिली है उनसे हमारे ज्यादा नंबर है और ये आर्टिकल 14 का violetion है कुछ sc और st महिलाओं को भी विरोध करना चाहिए था कि हमसे 90 से नीचे वालो को नौकरी मिल गयी है जब कि हम बाहर है। 90 से नीचे reserved और 105 से नीचे unreserved को नौकरी कैसे दी गयी जब कि आज तक इन मार्क्स निचे का काउंसिलिंग लेटर ही नही निकला। लेकिन एक 7 दिसंबर के आदेश ने 839 में कुछ चयनित लोगो ने खूब मूर्ख बनाया । नौकरी हमेशा विज्ञापन पर और नियमतः मिलती है सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई मात्र 12 वा संसोधन एवं 15 वा संसोधन थी शिक्षा मित्रों का मामला हम लोगों से बिल्कुल अलग था लेकिन एक मेरठ निवासी हिमांशु राणा जी और आगरा निवासी जिनका जन्म ही लोगों को ठगने के लिए हुआ था। हिमान्शु राणा जी का अकादमिक 57• something और टेट में 103 नंबर है इन्हें आप लोग समझदार है आप 72825 मे किस तरह selection हो सकता था वो आप खुद समझ सकते है । पूर्ण समायोजन तो न हुआ लेकिन 72825 की 6000 सीट उड़ गई और फ्रेश advertisement के लिए कोर्ट ने कहा दिया। कोर्ट में गलत लड़ाई भी लड़ना मूर्खता को ही प्रदर्शित करता है। बेचारे बेरोजगारों का शोषण सिर्फ हुआ उन्हें तो कुछ पता ही नही था लेकिन उनके मेहनत के पैसे से अय्याशी vip तबके की हुई ब्रांडेड शराब , ब्रांडेड कपड़े और ब्रांडेड जूते चप्पल जिन लोगो की अपने पैसे से 50 रुपये की बरसाती चप्पल खरीदने की औकात नही थी आज वुडलैंड पहन रहे हैं। ये सब आपकी मेहनत की ही कमाई का असर है आप टूटी साईकल पर चल रहे हैं लोग आपके पैसो बसे मारुति की सबसे महंगी सेडान कार मारुति सियाज़ पर चल रहे है वो भी एक नही राणा साहब की पूरी तिगुड्डी चल रही है। अब भी लोगों का पेट नही भर तो अब 839 को सेफ करवाने के लिए आइए वालों को अपने साथ जुड़ रहे है लेकिन बीएड मूर्ख वालो को यह बताना चाहूंगा कि आइए वाला रिव्यु फ़ाइल ही नही कर सकता। रिव्यु वही फ़ाइल करेगा जिसके विपरीत जजमेंट आया हो वही पुनर्विचार याचिका में जा सकता है। हर डिस्ट्रिक में लूट मची है 2000 से 3000 तक वसूली हो रही है कि रिव्यु फ़ाइल करेंगे 839 के खिलाफ । जब आपने कोर्ट में उन 839 के खिलाफ को बात ही नही की कभी यो रिव्यु कैसे maintainable होगा। रिव्यु 100% खारिज होती है कोई जज अपना आर्डर नही बदलता है चाहे आर्डर कितना भी गलत हो।
१- आपका मयंक तिवारी
2 जितेंद्र सिंह की कलम
3- दुर्गेश प्रताप सिंह की कलम से
4- अजय ठाकुर महाकाल टीम
5- प्रवीण श्रीवास्तव की कलम से
6- हिमांशु राणा का शिक्षा मित्र समायोजन
7- चंदेल मान बहादुर
8 - शशांक सिंह सोलंकी एवं अन्य कुकुरमुत्ते टाइप के नेता जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट में मूर्खता पूर्ण लड़ाई लड़कर लोगों को सिर्फ मूर्ख बनाया।
10 अगस्त को सभी लोग धरने में अवश्य जाए और अपना शक्ति प्रदर्शन करें। अब अगर कुछ पाना चाहते है तो नेतागिरी भाजपा ज्ञापन, सपा ज्ञापन , बसपा ज्ञापन और टुटपुँजिये लोगो की फ़ोटो शेयर करना छोड़ दे जो tv पर डिबेट देते हैं इस से कुछ भी हासिल नही होगा।
आपका शुभेछु
ऋषि श्रीवास्तव
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