ज्ञानपुर (भदोही)। शासन और प्रशासन की तमाम सख्ती के
बाद भी परिषदीय स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है।
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश नारायण श्रीवास्तव के निरीक्षण के दौरान
खामियां मिलने पर आठ प्रधानाध्यापक और लगातार अनुपस्थित चल रहे नौ
शिक्षामित्रों पर विभागीय कार्रवाई की गई। प्रधानाध्यापकों का वेतन रोका
गया, जबकि शिक्षामित्रों का मानदेय बाधित कर दिया गया। विभागीय कार्रवाई से
शिक्षकों में खलबली मच गई।
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में
बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं संचालित
हैं, लेकिन पठन-पाठन में सुधार नहीं हो रहा है। मंगलवार और बुधवार को जिला
बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने डीघ के कई प्राथमिक और
पूर्व माध्यमिक विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान लगातार अनुपस्थित चल
रहे नौ शिक्षामित्रों का मानदेय बाधित किया गया जबकि शैक्षणिक व्यवस्था
खराब होने पर आठ शिक्षकों का वेतन रोका गया। प्राथमिक विद्यालय अकोढ़ा में
हेडमास्टर धर्मेंद्र तिवारी, शिक्षामित्र धर्मेंद्र कुमार, रामशृंगार,
प्राथमिक विद्यालय रोही शुक्लान बस्ती में सहायक अध्यापक प्रवीण कुमार
पांडेय, शिक्षामित्र हरिशंकर, प्राथमिक विद्यालय हरिहरपुर मटुका में
हेडमास्टर उमेश राय, शिक्षामित्र सरोजा देवी, प्रतिमा त्रिपाठी पर कार्रवाई
की गई। पूर्व माध्यमिक विद्यालय हरिहरपुर में प्रभारी हेडमास्टर रियाज
अंसारी, प्राथमिक विद्यालय विश्वनाथपुर में सहायक अध्यापक श्वेता जायसवाल,
शिक्षामित्र रामदास, रीता त्रिपाठी, प्राथमिक विद्यालय बरईपुर में
हेडमास्टर राम बहादुर विश्वकर्मा, शिक्षामित्र सीमा देवी, ओम प्रकाश यादव
का वेतन और मानदेय रोका गया। पूर्व माध्यमिक विद्यालय बरईपुर में संकुल
प्रभारी एवं प्रभारी हेडमास्टर वंशीधर का चार्ज सहायक अध्यापक को देने का
निर्देश दिया। बीएसए प्रकाश नारायण श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षामित्र
स्कूलों में पढ़ाने जाएं अन्यथा उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा जाएगा।
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