अजब-गजब : सेवानिवृत्त खंड शिक्षा अधिकारियों की होगी पदोन्नति,सूची में शामिल आधे से अधिक खंड शिक्षा अधिकारी हो चुके रिटायर

इलाहाबाद प्रदेश सरकार की मंशा पर शिक्षा महकमे के अफसर ही पानी फेरने पर आमादा हैं। 5 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद विभाग खंड शिक्षा अधिकारियों की पदोन्नति करने जा रही है, लेकिन शिक्षा निदेशालय से जारी हुई वरिष्ठता सूची में करीब आधे अफसर पिछले वर्षो में ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
अब विभाग इन्हें किस आधार पर पदोन्नति देने जा रहा है, यह शिक्षा अधिकारी समझ नहीं पा रहे हैं। लंबे समय से प्रमोशन न होने का कारण भी विभागीय अफसरों की व अन्य कई वजहें रही हैं।उप्र अधीनस्थ शैक्षिक राजपत्रित निरीक्षण शाखा के उप बेसिक शिक्षा अधिकारी, प्रति उप विद्यालय निरीक्षक, सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी जिन्हें अब खंड शिक्षा अधिकारी कहा जाता है की पदोन्नति की तैयारी है। शिक्षा निदेशालय की ओर से निर्देश दिया गया है कि वर्ष 06-7 तक विगत दस वर्ष की गोपनीय चरित्र प्रविष्टियां पूर्ण कराकर भेजी जाए। इसके लिए प्रदेश भर में तैनात 09 अफसरों की सूची भी जारी की गई है, जिनकी पदोन्नति की जानी है। 00 व 0 में हुए थे प्रमोशन : इस पद के नियमित प्रमोशन वर्ष 00 तक हुए हैं। उसके बाद से पदोन्नतियां रुकी थी। इससे खफा होकर खंड शिक्षा अधिकारी अच्छे लाल गुप्ता व ईश्वर चंद्र चौहान ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया कि अधिकारी रिटायर हो रहे हैं आखिर कब पदोन्नति होगी। कोर्ट के निर्देश पर कुछ पदोन्नतियां हुई, लेकिन अधिकांश को लाभ नहीं मिल सका। प्रमोशन कोटा पर भी सवाल : खंड शिक्षा अधिकारियों का भले ही लंबे समय बाद प्रमोशन होने जा रहा है, लेकिन इससे वह खुश कम नाखुश ज्यादा है। वजह यह है कि वरिष्ठता सूची के अलावा पहले डिप्टी बीएसए के 79 पदों के लिए 7 प्रतिशत का प्रमोशन कोटा रहा है, अब खंड शिक्षा अधिकारियों के पद बढ़कर 03 हो गए हैं। ऐसे में प्रमोशन कोटा बढ़ाया नहीं गया है। खंड शिक्षाधिकारियों का कहना है कि अब करीब 55 फीसद कोटा होना चाहिए। इस संबंध में पिछले दिनों शिक्षा निदेशक बेसिक ने पत्र भी लिखा है।पदोन्नति की वरिष्ठता सूची में पहले नंबर पर दर्ज विकास यदुवंशी को इटावा में विभाग की ओर से बाकायदा नियुक्त दिखाया गया है। यहां हैरत वाली बात यह है किवह अक्टूबर 04 में ही रिटायर हो चुकी हैं। विकास यदुवंशी की जन्मतिथि सात अक्टूबर 954 है।अखिलेश सक्सेना वरिष्ठता सूची में दूसरे नंबर हैं उन्हें जालौन में नियुक्त बताया गया। चौथे नंबर पर पवन कुमार को रायबरेली में और पांचवें नंबर पर प्रभाकर द्विवेदी को बांदा में नियुक्त बताया गया है, ये सभी क्रमश: वह 05 व 06 में ही सेवानिवृत्त हो चुके हैं। 0 में बदला पद नाम शिक्षा महकमे में उप बेसिक शिक्षा अधिकारियों का पद नाम 4 जुलाई 0 को बदलकर खंड शिक्षा अधिकारी कर दिया गया। इसके पहले डिप्टी बीएसए, एबीएसए का पद और वरिष्ठता सूची आदि अलग-अलग रही है। शासन ने अब तक इनकी सेवा नियमावली तय नहीं की है। वरिष्ठता सूची, बीएसए की पदोन्नति सूची का प्रकरण न्यायालयों में लंबित है। ’>>09 अफसरों से शिक्षा निदेशालय ने मांगी गोपनीय प्रविष्टियां ’>>सूची में शामिल आधे से अधिक खंड शिक्षा अधिकारी हो चुके रिटायर

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