इलाहाबाद : यूपी बोर्ड के 26 हजार से अधिक माध्यमिक कालेजों में करीब
सवा करोड़ छात्र-छात्रओं को किताबें मुहैया कराने का प्रबंध तेज हो गया है।
नए सत्र से एनसीईआरटी पाठ्यक्रम की किताबें उपलब्ध कराने के लिए
न्यूनतम दरों वाले चार प्रकाशकों को कार्य आवंटित हुआ
है।
उन्हें बोर्ड ने छह ग्रुपों में टेंडर दिए हैं। अब बोर्ड प्रशासन एक
सप्ताह में सभी प्रकाशकों से करार करेगा और शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
प्रकाशकों का दावा है कि मार्च तक किताबें उपलब्ध करा दी जाएंगी। 1माध्यमिक
शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड में अप्रैल माह से शुरू होने वाले नए
शैक्षिक सत्र में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू हो रहा है। इसका पाठ्यक्रम
पहले ही तैयार हो चुका है। किताबें मुहैया कराने के लिए प्रकाशकों से
ऑनलाइन टेंडर लिए गए थे। बोर्ड प्रशासन ने दो दिन में ही तकनीकी व
फाइनेंशियल बिड खोलकर कार्य आवंटन भी कर दिया है। 16 प्रकाशकों की गुरुवार
को फाइनेंशिल बिड खोली गई। इसमें चार प्रकाशकों ने पुस्तक प्रकाशन की
न्यूनतम दरें दी थी।
इलाहाबाद के राजीव प्रकाशन को दो ग्रुपों में, पीतांबरा बुक प्राइवेट
लिमिटेड झांसी को एक ग्रुप, रवि ऑफसेट प्रिंटर्स एंड पब्लिशर्स प्राइवेट
लिमिटेड आगरा को दो ग्रुप में और जनरल ऑफसेट इलाहाबाद को एक ग्रुप में
कार्य आवंटन हुआ है। बोर्ड एक सप्ताह में सभी प्रकाशकों से एग्रीमेंट
करेगा। हाईस्कूल में विज्ञान व गणित, इंटर में भौतिक विज्ञान, रसायन
विज्ञान, गणित, जीव विज्ञान, समाज शास्त्र, अर्थशास्त्र, नागरिक शास्त्र
सहित कुल 18 किताबों का प्रकाशन होना है।
एनसीईआरटी से भी सस्ती किताबें : यूपी बोर्ड नए सत्र से एनसीईआरटी से भी
सस्ती किताबें बाजार में पहुंचाएगा। बताते हैं कि इस समय बाजार में इंटर
भौतिकी के निजी प्रकाशक की किताब करीब 800 रुपये की है, जबकि एनसीईआरटी की
किताब का मूल्य करीब 300 रुपये हैं, वहीं यूपी बोर्ड वह किताब 150 से 200
रुपये में उपलब्ध कराएगा।
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