राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : यूपी बोर्ड ने फिर एक अहम फैसला किया है। नए
शैक्षिक सत्र से हाईस्कूल में प्रारंभिक गणित विषय का विकल्प खत्म कर दिया
गया है। अब सभी परीक्षार्थियों को गणित विषय की पढ़ाई करके
इम्तिहान देना
होगा। बोर्ड प्रशासन को एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम अपनाने की वजह से यह निर्णय
करना पड़ा है। शासन की मंजूरी मिलने के बाद अब उसे गजट कराया जा रहा है।
1प्रस्ताव पर मुहर, विनिमय संशोधित1 शासन के उप सचिव संतोष कुमार रावत ने
जारी आदेश में कहा है कि इंटरमीडिएट शिक्षा अधिनियम 1921 में संशोधन के
भेजे प्रस्ताव को मंजूरी दे गई है। अब एक अप्रैल से शुरू हो रहे 2018-19
शैक्षिक सत्र में जो छात्र कक्षा नौ में प्रवेश लेंगे उन्हें प्रारंभिक
गणित विषय का विकल्प नहीं मिलेगा। वहीं, 2017-18 में कक्षा नौ में जिन
छात्रों ने प्रारंभिक गणित विषय लिया था उनके लिए 2019 में हाईस्कूल की
बोर्ड परीक्षा कराई जाएगी। 1राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : यूपी बोर्ड ने फिर एक
अहम फैसला किया है। नए शैक्षिक सत्र से हाईस्कूल में प्रारंभिक गणित विषय
का विकल्प खत्म कर दिया गया है। अब सभी परीक्षार्थियों को गणित विषय की
पढ़ाई करके इम्तिहान देना होगा। बोर्ड प्रशासन को एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम
अपनाने की वजह से यह निर्णय करना पड़ा है। शासन की मंजूरी मिलने के बाद अब
उसे गजट कराया जा रहा है। 1प्रस्ताव पर मुहर, विनिमय संशोधित1 शासन के उप
सचिव संतोष कुमार रावत ने जारी आदेश में कहा है कि इंटरमीडिएट शिक्षा
अधिनियम 1921 में संशोधन के भेजे प्रस्ताव को मंजूरी दे गई है। अब एक
अप्रैल से शुरू हो रहे 2018-19 शैक्षिक सत्र में जो छात्र कक्षा नौ में
प्रवेश लेंगे उन्हें प्रारंभिक गणित विषय का विकल्प नहीं मिलेगा। वहीं,
2017-18 में कक्षा नौ में जिन छात्रों ने प्रारंभिक गणित विषय लिया था उनके
लिए 2019 में हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा कराई जाएगी। 120 बरस बाद विषयों
में बदलाव1यूपी बोर्ड में पहले वर्गवार यानि विज्ञान, कला व वाणिज्य आदि के
हिसाब से विषय रहे हैं। ईश्वर भाई पटेल कमेटी ने इसमें बदलाव करकेनिर्देश
दिया कि अब हाईस्कूल में सभी को विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, गणित आदि की
पढ़ाई करनी होगी। यह नियम 1982 में लागू हुआ, तब गणित-1, गणित-2 आदि विषय
तय हुए और उसकी 1984 में परीक्षा हुई। 1998 में शासन ने फिर बदलाव किया।
उसी समय हाईस्कूल में गणित और प्रारंभिक गणित लागू हुई। प्रारंभिक गणित में
पुराने पैटर्न की विषयवस्तु रही है और वह गणित से कुछ सरल भी थी। अमूमन
जिन छात्रों को इंटर में विज्ञान की पढ़ाई करनी होती थी वे केवल गणित लेते
रहे हैं। 1यूपी बोर्ड : छात्रओं को गृह विज्ञान का विकल्प 1यूपी बोर्ड ने
हाईस्कूल से प्रारंभिक गणित विषय खत्म करने के साथ ही छात्रओं का पूरा
ध्यान रखा है। उनके लिए जरूरी नहीं है कि वह गणित ही पढ़ें, बल्कि वह गृह
विज्ञान लेकर परीक्षा उत्तीर्ण कर सकती हैं। वहीं, 2018 की हाईस्कूल
परीक्षा में प्रारंभिक गणित लेने वाले एक लाख 48 हजार 755 व केवल गणित लेने
वाले परीक्षार्थियों की संख्या 25 लाख 21 हजार 353 रही है। यूपी बोर्ड
सचिव नीना श्रीवास्तव का कहना है कि एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू होने के
बाद प्रारंभिक गणित का औचित्य खत्म हो गया है।
sponsored links:
