NCTE के निर्धारण (TET)को मा0 सुप्रीम कोर्ट में किया गया चैलेंज

NCTE के निर्धारण (TET)को मा0 सुप्रीम कोर्ट में किया गया चैलेंज।
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🙏🙏प्रिय सम्मानित साथियों

आप सभी लोगों को सादर नमस्कार🙏🙏
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प्रदेश के सभी सम्मानित शिक्षामित्र साथियों को यह अवगत कराना चाहता हूं कि जिस प्रकार 172000 शिक्षामित्र साथियों के लिए लड़ाई लड़ी गयी है उसकी जितनी सराहना की जाए कम है क्योंकि प्रयास सभी  टीमों व संगठनों द्वारा अपने-अपने तरीके से हर सम्भव प्रयास किया गया।परन्तु परिणाम तो किसी और को देना था जो किसी भी प्रयास करने वाले व्यक्ति के हाथ में नहीं था।यदि यह कहा जाए कि हमारा फैसला माननीय सुप्रीम कोर्ट में राजनीति का शिकार हुआ तो गलत नहीं होगा।लेकिन "करत करत अभ्यास पुनि जड़मति होत सुजान, रसरी आवत जात है सिल पर परत निशान"। इस कथन को ध्यान में रखते हुए हम आप सभी सम्मानित शिक्षा मित्र साथियों से मेरी अपील हैं कि आप लोग एक नई उर्जा के साथ देश में नई क्रांति लाने का प्रयास जारी हो चुका हैं जिसमें सभी प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिक्षक/शिक्षा मित्र और जो प्रशिक्षण प्राप्त कर रहें हैं वह सभी सम्मानित साथी इस पोस्ट को ध्यान पूर्वक पढ़कर उसका चिन्तन मनन व क्रियान्वयन करने की कृपा करे।"वह वक्त भी बदला था,यह वक्त भी बदलेगा"।       जिस प्रकार से 25 जुलाई 2017 के बाद से हमारे बीच लगभग 500 साथी हमारे बीच नहीं रहें उनकी सच्ची श्रधान्जली यही हैं कि हम लोग कोर्ट के माध्यम से कोर्ट के द्वारा रद्द हुए समायोजन को बहाल कराकर उनके परिवार को रोज़ी- रोटी की व्यवस्था हो सके और उनके परिवार का भरण-पोषण हो सके।
साथियों आप सभी लोग इस बात से अवगत है कि NCTE की सूचना के निर्धारण को ले कर के हाईकोर्ट लखनऊ की डबल बेंच में चैलेंज किया गया था जिसमें जनपद बाराबंकी का असीम सहयोग रहा और हम क्रम बद्ध तरीक़े से चलकर NCTE की अधिसूचना 23 अगस्त 2010 को मा0 सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज कर  दिया गया।जिसका डायरी नं0-8752/2018 हैं आप लोग इसे नेट पर देख भी सकते हैं हमारा लक्ष्य अपने सम्मान को वापस पाना है हमारी किसी से कोई दुश्मनी नहीं।
"कबिरा खड़ा बाजार में,सबकी मांगे खैर न काहू से दोस्ती                   न काहू से बैर"।
साथियों मानव स्वभाव में हैं कि हमारा लाभ क्या हैं सबसे पहले यह विचार हमारे मन मस्तिष्क में कौन्धता हैं हम आज उसे शान्त करना चाहेंगे।साथियों यदि NCTE की अधिसूचना             23 अगस्त 2010 का निर्धारण कोर्ट के माध्यम से सही हो गया तो हम यूपी के समस्त शिक्षा मित्र साथियों को यह विश्वास दिलाते हैं कि हम जहाँ से उजड़े है वही पर हम एक बार फिर से अंगद की तरह पैर जमाकर खड़े हो जायेंगे। अर्थात हमारा खोया हुआ सम्मान 25 जुलाई से ही वापस हो सकता हैं। संघर्ष की इस कड़ी में आप सभी साथियों का सहयोग अति महत्वपूर्ण हैं प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके वह साथी जो टेट नहीं पास कर पा रहे हैं तथा जो हमारे शिक्षा मित्र भाई हैं उन सभी को यह मिशन संजीवनी की भांति साबित होगा।
इसी को लेकर हमने अपनी रिट याचिका मा0 सुप्रीम कोर्ट में  दाखिल कर दी हैं। जिसमें सरकार के उन 5 लोगों को पार्टी बनाया है जो निम्नवत हैं-
👉 MHRD मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार।
👉NCTE राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद सचिव भारत सरकार।
👉 प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा।
👉 SCRT राज्य शैक्षिक अनुसंधान इलाहाबाद।
👉 निदेशक बेशिक शिक्षा सचिव लखनऊ ।
हमने अपना आधार  सती साबित्री की कहानी को बनाया है जिस प्रकार उसने अपना सबकुछ यमराज से ले लिया था उसी प्रकार हमको और हमारे परिवार को सम्मान वापस मिलेगा।इसके लिए आपको अपना साथ देना होगा।
👉आपका अपना विकास कुमार यादव समायोजित शिक्षामित्र
जनपद -बाराबंकी।
मो०9919645770
✍लेखक -अखिलेश कुमार वर्मा समायोजित शिक्षामित्र।
मो०9935935891
हमारी ईमानदारी ही हमारी अग्नि परीक्षा होगी।

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