बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 12460 सहायक अध्यापकों की
भर्ती ग्रेडिंग विवाद के कारण फंसा हुआ है। 15 मार्च को लखनऊ में धरना दे
रहे अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के बाद 16 मार्च को मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह
में नियुक्ति पत्र देने का आश्वासन दिया था लेकिन 15 दिन बीतने के बावजूद
काउंसिलिंग शुरू नहीं हो सकी है नियुक्ति पत्र देना तो दूर की बात।
काउंसिलिंग नहीं शुरू होने के पीछे ग्रेडिंग का विवाद माना जा रहा है।
बीटीसी 2012 और 2013 बैच के प्रशिक्षुओं ने हाईकोर्ट में याचिकाएं की थी।
हाईकोर्ट के निर्देश पर ग्रेडिंग और क्वालिटी प्वाइंट विवाद के समाधान के
लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की ओर से प्रस्ताव शासन को भेजा
गया था जो अभी पास नहीं हो सका है।
12460 शिक्षक भर्ती का शासनादेश सपा सरकार ने 15 दिसम्बर 2016 को जारी
किया था। आवेदन लेने के बाद 18 से 20 मार्च 2017 तक पहले चरण की काउंसिलिंग
पूरी कर ली गयी। 22 मार्च 2017 तक लगभग सभी जनपदों की पदों के सापेक्ष चयन
की कटऑफ जारी कर दी गयी थी। लेकिन 23 मार्च 2017 को सरकार ने समीक्षा के
नाम पर सारी भर्तियों को ठप कर दिया।
16 मार्च को मुख्यमंत्री से मुलाकात करने वाले पांच सदस्यीय
प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे अतुल द्विवेदी कहते हैं कि 15 दिनों से ज्यादा
का समय बीत चुका है लेकिन भर्ती संबंधी कोई भी काम नहीं दिख रहा है।
अभ्यर्थी इस प्रश्न से परेशान हैं कि आखिर भर्ती क्यों शुरू नहीं हुई जबकि
मुख्यमंत्री ने स्वयं आदेश दिया है।
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