इलाहाबाद : समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी के 465 पदों पर
नियुक्ति पाने के लिए इस बार लाखों अभ्यर्थियों में कड़ी प्रतिस्पर्धा है।
ने रविवार को आरओ-एआरओ 2017 की प्रारंभिक परीक्षा (सामान्य/विशेष चयन)
करायी, जिसमें 340121 अभ्यर्थियों ने शामिल होकर अपनी दावेदारी प्रस्तुत
की।
कुल 533447 आवेदनों के सापेक्ष दो पालियों में हुई परीक्षा में शामिल
अभ्यर्थियों की यह तादाद 63.76 फीसद है।1प्रदेश के 21 जिलों में बनाये गए
1146 केंद्रों पर परीक्षा सुबह 9:30 से 11:30 बजे तक और दोपहर 2:30 से 3:30
बजे तक हुई। परीक्षा को सकुशल और निर्विवाद संपन्न कराने के लिए आयोग ने
तगड़े इंतजाम किए थे। 1परीक्षा कक्षों में सीसीटीवी कैमरे से अभ्यर्थियों
और कक्ष निरीक्षकों की गतिविधियों पर नजर बनाये रखी गई। इलाहाबाद और
वाराणसी सहित कुछ अन्य जिलों में मामूली अव्यवस्था भी रही। वाराणसी में एक
ही कक्षा में मानक से अधिक अभ्यर्थियों को बैठा दिया गया।1 सूत्र बताते हैं
कि वाराणसी के एक परीक्षा केंद्र के कक्ष संख्या सात और आठ में उत्तर
पुस्तिका जमा करने का समय पूरा होने के बाद भी ओएमआर शीट भरी जाती रही। एक
घंटे के अंतराल में बेल नहीं बजायी गई। आरओ-एआरओ परीक्षा 2017 में आयोग ने
पहली बार माइनस मार्किंग की व्यवस्था लागू की है, जिससे अभ्यर्थियों की ओर
से टिक किये गए प्रत्येक गलत उत्तरों पर .33 नंबर काटे जाएंगे। इसके अलावा
इस परीक्षा में आवेदन के लिए कंप्यूटर के ‘ओ’ लेवल प्रमाण पत्र को भी
अनिवार्य अर्हता में शामिल किया गया था। आयोग के सचिव जगदीश ने कहा कि सभी
जिलों में परीक्षा शांतिपूर्ण और सकुशल संपन्न हुई। सील की हुई उत्तर
पुस्तिका जल्द ही आयोग में जमा होगी।
sponsored links:
