72 हजार 825 बीएड टेट 2011 की चयन प्रक्रिया शुरू कराने की मांग , शाह और योगी की रैली में लहराए बैनर-पोस्टर, मचा हड़कंप

जागरण संवाददाता, रायबरेली : परिवर्तन संकल्प रैली के दौरान अफसरों की धड़कनें उस समय तेज हो गई, जब कुछ लोगों ने बैनर, पोस्टर और पर्चे लहराने लगे। भाजपा ¨जदाबाद और भारत माता की जयकारे लगाते हुए भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाने की मांग करनी शुरू कर दी।
आसपास के लोग कुछ समझ पाते, इससे पहले पुलिस कर्मियों ने घेरकर सबकुछ अपने कब्जे में ले लिया। इससे के बाद अफसरों ने राहत की सांस ली।
जीआइसी मैदान में भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम मंत्री की मौजूदगी में पंचवटी परिवार को संगठन में शामिल करने की प्रक्रिया चल रही थी। नेतागण एक-एक करके भाषण में सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रहे थे। इस दौरान मंच के बाए ओर खड़े कुछ युवाओं ने पर्चा लहराना शुरू कर दिया। 72 हजार 825 बीएड टेट 2011 की चयन प्रक्रिया शुरू कराने की मांग करने लगे। इससे आसपास खड़े अफसरों की हवाइयां उड़ने लगी। आनन-फानन में उससे पर्चा छीन लिया गया।

इसके बाद योगी का भाषण शुरू हुआ। इस दौरान मंच के सामने पंडाल में बैठी कुछ महिलाओं ने उर्दू शिक्षकों की चार हजार रिक्तियों की मांग करते हुए बैनर दिखाना शुरू कर दिया। यह देख अफसर आनन-फानन में दौड़कर उससे बैनर छीन लिया। तभी दूसरे अन्य साथियों ने पोस्टर और पर्चे लहराना शुरू कर दिया। शिक्षामित्रों ने न्याय करो के पर्चे लहराए। सभी प्रदेश सरकार के पक्ष में नारेबाजी करते हुए शिक्षक पद पर नियुक्ति करने की मांग करने लगे। मौके पर तैनात महिला पुलिस कर्मियों ने घेरकर पोस्टर और पर्चे ले लिया। पूरे समय तक आंख मिचौली चलती रही। इनसेट
पांच साल की मानसिक पीड़ा से मुक्ति
बीएड टेट 2011 की 72825 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर बेरोजगारों में काफी निराशा है। उनकी माने तो पांच साल से चयन प्रक्रिया चल रही है। मानसिक पीड़ा से मुक्ति नहीं मिल रही है। उनकी माने तो बहुत उम्मीद है कि सरकार उनकी जरूर सुनेगी। अब इस पीड़ा से हम सबको मुक्ति मिलनी चाहिए।उर्दू शिक्षकों को बहाल करो, न्यायालय का सम्मान करो

रैली के दौरान न्यायालय का सम्मान करो के पर्चे लहराए गए। चार हजार उर्दू शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया नहीं होने से बेरोजगार काफी आहत दिखे। कोर्ट के आदेश का सम्मान करो, 4000 उर्दू शिक्षकों को बहाल करो, न्यायालय का सम्मान करो के पर्चे लहराए।शिक्षामित्रों ने जताई निराशा

रैली के दौरान शिक्षा मित्रों ने भी पर्चा लहराते हुए सरकार से शिक्षक पद पर समायोजन की मांग की। कहा कि शिक्षा मित्रों की दशा दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा ही है। कई साथियों की जान तक चली गई। इसके बाद भी सरकार नहीं चेत रही है।